हरियाणा

हरियाणा शिक्षा बोर्ड के कारनामों के चलते सीबीएससी की तरफ बढ़ा रुझान

भिवानी
हरियाणा शिक्षा बोर्ड के कारनामों के चलते पहले ही बड़ी संख्या में नीजि स्कूल इससे नाता तोड़कर सीबीएससी की मान्यता ले चुके है, लेकिन ​इसके बावजूद बोर्ड की कार्यप्रणाली में कोई फर्क नहीं आया है।
हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने आज 10वीं कक्षा का रिजल्ट घोषित किया। ​घोषित रिजल्ट में प्रथम स्थान पर मोनिका रानी (सीनियर मॉडल उच्च विद्यालय, भिरडाना, फतेहाबाद) ने 500 में से 493 अंक, द्वितीय स्थान पर रूपेश (आदर्श सी.सै. स्कूल, कैरू, भिवानी) ने 491 अंक तथा तृतीय स्थान साक्षी (अमर ज्योति सी.सै. स्कूल, भुथन कलां, फतेहाबाद), अंजलि (मॉडल के.एम. सी.सै. स्कूल, डांगरा टोहाना, फतेहाबाद), रवि कुमार (बाल आदर्श उच्च विद्यालय, बांडाहेड़ी, हिसार) एवं रजत (आदर्श बाल मंदिर उच्च विद्यालय, नरवाना, जींद) ने 490 अंक बताया गया था। लेकिन रिजल्ट घोषित होने के कुछ ही समय बाद रिजल्ट को गलत बताते हुए हरियाणा शिक्षा बोर्ड ने वापिस ले लिया।
बाद में करीब 7 बजे रिजल्ट को संशोधित करके निकाला गया। इस लिस्ट में प्रथम स्थान युद्धवीर, वी.एन. व.मा.वि. रानियां (सिरसा) ने 499 अंक प्राप्त करके हासिल किया है। द्वितीय स्थान पर सुमीत, सरस्वती व.मा.वि. दनौदा कलां (जींद) ने 496 अंक अर्जित करके प्राप्त किया है। तृतीय स्थान पर संयुक्त रूप से सोनम, ज्ञान सरोवर विद्या मंदिर उ.वि. जींद एवं राकेश कुमार, स्वामी विवेकानंद व.मा.वि. पलवल ने प्राप्त किया है, जिन्होंने 495-495 अंक अर्जित किए हैं।
जानकारी देते हुए बोर्ड अध्यक्ष डॉ. जगबीर सिंह ने बताया कि कम्प्यूटर की तकनीकी त्रुटि के कारण 1023 परीक्षार्थी जिन्होंने किसी भी विषय में 100 अंक प्राप्त किए थे, कम्प्यूटर द्वारा ऐसे विषय के अंक कुल जोड़ में न उठाते हुए छठे ऐसे विषय के अंक जोड़ लिए जिनमें परीक्षार्थी द्वारा कम अंक प्राप्त किए गए थे। उन्होंने बताया कि वास्तव में नियमानुसार परीक्षार्थी द्वारा जिन-जिन विषयों में अधिक अंक प्राप्त किए जाते हैं उन्हें बैस्ट फाईव (श्रेष्ठ पाँच विषय) के नियमानुसार अंक जोडक़र परिणाम निकाला जाता है, किन्तु तकनीकी त्रुटि के कारण कम्प्यूटर द्वारा श्रेष्ठ पाँच विषय नहीं उठाए गए इसी के परिणामस्वरूप सूची में संशोधन करना पड़ा।
उन्होंने आगे बताया कि संशोधित सूची अनुसार पूर्व में घोषित सूची में प्रथम स्थान प्राप्त करने वाली मोनिका रानी को अब पाँचवां स्थान प्राप्त हुआ है। उन्होंने आगे बताया कि पूर्व में जारी परिणाम के अन्य सभी आंकड़ें सही हैं।
बोर्ड अध्यक्ष डॉ. जगबीर सिंह चाहे सारा दोष कम्प्यूटर पर ड़ालकर साख बचाने की कोशिश कर रहे हो—लेकिन इतनी जिम्मेवारी वाले बोर्ड का परीक्षा परिणाम बिना रिचेकिंग के निकालना साफ करता है कि हरियाणा शिक्षा बोर्ड की कार्यप्रणाली लापरवाईपूर्ण है। अब देखते है कि सरकार इस मामले पर ठोस एक्शन लेती है या फिर इसे ठंड़े बस्ते में ही ड़ालती है।

Related posts

मिक्सी को रखा जाए 12 फीसदी जीएसटी स्लैब में—बजरंग दास गर्ग

नागरिक नहीं, रैफर अस्पताल बोलिए जनाब!

आदमपुर निवासी डीएसपी सुरेंद्र सिंह बिश्नोई की खनन माफिया ने डंपर से कुचलकर हत्या की, अनिल विज ने दिया बड़ा बयान