परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 366 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—...Jeewan Aadhar Editor DeskNovember 24, 2024November 24, 20240
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—365 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—365Jeewan Aadhar Editor DeskNovember 23, 2024
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—364 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—364Jeewan Aadhar Editor DeskNovember 22, 2024
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—363 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—363Jeewan Aadhar Editor DeskNovember 21, 2024
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—362 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—362Jeewan Aadhar Editor DeskNovember 20, 2024
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—58Jeewan Aadhar Editor DeskNovember 22, 2017January 16, 2024 November 22, 2017January 16, 2024 अग्रि- आग में विषेश गुण है जला कर शुद्ध बना देना। अग्रि में जलकर ही सोना कुन्दन बन पाता है। अग्रि में चाहे आप घी...
धर्मस्वामी राजदास : ध्रुवJeewan Aadhar Editor DeskNovember 21, 2017 November 21, 2017 स्वयंभुव मनु और शतरुपा के दो पुत्र थे-प्रियवत और उत्तानपाद। उत्तानपाद की सुनीति और सुरुचि नामक दो पत्नियां थीं। राजा उत्तानपाद को सुनीति से ध्रुव...
धर्मओशो : का सौवे दिन रैन-222Jeewan Aadhar Editor DeskNovember 21, 2017 November 21, 2017 जब बुद्ध ने राजमहल छोड़ा और जब वे राजमहल छोड़ कर अपने राज्य से चले गए, तो जिस राज्य में गए उसी राज्य का राजा,...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—57Jeewan Aadhar Editor DeskNovember 21, 2017January 15, 2024 November 21, 2017January 15, 2024 एक ब्राहा्रण बालक था, नाम था अजामिल। अजा-मिल अर्थात जो माया से मिला हुआ है, उसको अजामिल कहते हैं। प्रत्येक जीव माया के चक्र में...
धर्मस्वामी राजदास : लालच बुरी बला हैJeewan Aadhar Editor DeskNovember 20, 2017 November 20, 2017 हरे-भरे जंगल में पेड़-पौधों के बीच एक झोपड़ी में शीतल बाबा नाम का एक साधु रहा करता था। उनका न तो कोई शिष्य था और...
धर्मओशो : कैवल्य उपनिषद-208Jeewan Aadhar Editor DeskNovember 20, 2017 November 20, 2017 सुना है मैंने, मोझर्ट के संबंध में। मोझर्ट बड़ा संगीतज्ञ था। एक दिन उसने एक अनूठे संगीत की व्यवस्था को जन्म दिया। संगीत बंद हो...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—56Jeewan Aadhar Editor DeskNovember 20, 2017January 14, 2024 November 20, 2017January 14, 2024 जब लंंका पर चढ़ाई का समय आया तो समुद्र को लांघने के लिए पुल बनाने की योजना बनाई गई। तय हुआ, पत्थरों को इकठ्ठा किया...
धर्मओशो : का सोवे दिन रैन—213Jeewan Aadhar Editor DeskNovember 19, 2017 November 19, 2017 तुम्हें धन खोजना है, तो तुम अतीत में हुए धनियों का नाम नहीं लेते, तुम खुद धन की खोज में निकलते हो। वहां बेई मानी...
धर्मस्वामी राजदास : चादर कैसे दूं???Jeewan Aadhar Editor DeskNovember 19, 2017 November 19, 2017 मैंने और एक कहानी सुनी है। भोले के घर में एक चोर घुस गया। चोर ने अपनी चादर बिछायी समाना बांधने के लिए, वह अन्दर...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—55Jeewan Aadhar Editor DeskNovember 19, 2017January 13, 2024 November 19, 2017January 13, 2024 पानी-पानी की तरह हमेशा स्वस्छ, निर्मिल और गतिशील बने रहो। पानी हर जीव का प्राण है, पानी जीवन है, खाने के बिना आदमी जीवित रह...