परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 619 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—...Jeewan Aadhar Editor DeskAugust 4, 2025August 4, 20250
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—618 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—618Jeewan Aadhar Editor DeskAugust 3, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 617 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—...Jeewan Aadhar Editor DeskAugust 2, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—616 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—616Jeewan Aadhar Editor DeskAugust 1, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 615 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—...Jeewan Aadhar Editor DeskJuly 31, 2025
धर्मस्वामी राजदास : गुरु दक्षिणाJeewan Aadhar Editor DeskDecember 5, 2017 December 5, 2017 प्राचीनकाल के एक गुरु अपने आश्रम को लेकर बहुत चिंतित थे। गुरु वृद्ध हो चले थे और अब शेष जीवन हिमालय में ही बिताना चाहते...
धर्मसत्यार्थप्रकाश के अंश-08Jeewan Aadhar Editor DeskDecember 5, 2017 December 5, 2017 आर्यवर्त के राजपुरूषों की स्त्रियां धनुर्वेद अर्थात् युद्धविद्या भी अच्छी प्रकार जानती थी, क्योंकि जो न जानती होतीं तो कैकेयी आदि दशरथ आदि के साथ...
धर्मओशो : भीतर जले दीपकJeewan Aadhar Editor DeskDecember 5, 2017 December 5, 2017 जब हम एक दफा, पहली दफा किसी व्यक्ति को पानी में फेंकते हैं तैरने के लिए, तब भी वह हाथ-पैर फेंकता है- थोड़े अव्यवस्थित। और...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—70Jeewan Aadhar Editor DeskDecember 5, 2017January 28, 2024 December 5, 2017January 28, 2024 धर्म प्रमी सज्जनों गीता में श्रीकृष्ण ने स्पष्ट लिखा हैं, मैं इन्द्रियों में मन हूँ। अत: मन बड़ा बलवान् होता है। मन की इच्छा पर...
धर्मसत्यार्थप्रकाश के अंश—07Jeewan Aadhar Editor DeskDecember 4, 2017 December 4, 2017 जीवन आधार न्यूज पोर्टल के पत्रकार बनो और आकर्षक वेतन व अन्य सुविधा के हकदार बनो..ज्यादा जानकारी के लिए यहां क्लिक करे। जीवन आधार प्रतियोगिता...
धर्मस्वामी राजदास : सुख का रहस्यJeewan Aadhar Editor DeskDecember 4, 2017 December 4, 2017 एक संत को अपना भव्य आश्रम बनाने के लिए धन की जरूरत पड़ी। वह अपने शिष्य को साथ लेकर धन जुटाने के लिए लोगों के...
धर्मओशो : जुआरी का मतलबJeewan Aadhar Editor DeskDecember 4, 2017 December 4, 2017 दुकानदार का मन पूरे समय लाभ की भाषा में सोचता है, हिसाब-किताब और गणित। जुआरी का एक और ढंग है। वह सब लगा देता है...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—69Jeewan Aadhar Editor DeskDecember 4, 2017January 27, 2024 December 4, 2017January 27, 2024 संसार में जब बच्चा 6दिन का होता है तो उसके बाद एक उत्सव मनाया जाता है जिसको छठी उत्सव कहतें हैं। हर उत्सव के पीछे...
धर्मस्वामी राजदास :संत की इच्छाJeewan Aadhar Editor DeskDecember 3, 2017 December 3, 2017 एक संत हुए जो बड़े ही सदाचारी और लोकसेवी थे। उनके जीवन का मुख्य लक्ष्य परोपकार था।एक बार उनके आश्रम के निकट से देवताओं की...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—68Jeewan Aadhar Editor DeskDecember 3, 2017January 26, 2024 December 3, 2017January 26, 2024 धर्मप्रेमी सज्जनों कोई भी दरबार पर कुछ मांगने आता है तो उसे इन्कार मत करो, उसे हाथ का उत्तर दो, वह भिक्षुक मांगने के साथ...