परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 596 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—...Jeewan Aadhar Editor DeskJuly 12, 2025July 12, 20250
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 595 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—...Jeewan Aadhar Editor DeskJuly 11, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से — 594 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से...Jeewan Aadhar Editor DeskJuly 10, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 593 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—...Jeewan Aadhar Editor DeskJuly 9, 2025
परमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से — 592 धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से...Jeewan Aadhar Editor DeskJuly 8, 2025
धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से— 442Jeewan Aadhar Editor DeskFebruary 9, 2025 February 9, 2025 बात सिद्धार्थ के जीवन के उस दौर की है, जब वे बुद्धत्व को प्राप्त नहीं हुए थे और निरंजना नदी के तटीय वनों में वृक्ष...
धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—441Jeewan Aadhar Editor DeskFebruary 8, 2025February 9, 2025 February 8, 2025February 9, 2025 एक बार कबीरदास जी के पास एक जिज्ञासु आया और पूछने लगा महात्मन! मुझे गृहस्थ बनना चाहिए अथवा सन्यासी? कृप्या मार्गदर्शन दें ,कबीरदास ने कहा...
धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—440Jeewan Aadhar Editor DeskFebruary 7, 2025 February 7, 2025 महिला संत आंडाल पूजा में लीन थी। तभी पास के गाँव के लोग आए और सहायता का आग्रह करने लगे। उन्होंने कहा कि गावं का...
धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—439Jeewan Aadhar Editor DeskFebruary 6, 2025 February 6, 2025 संत रविकुमार त्याग और वैराग्य का जीवन व्यतीत करते थे। वह निरंतर ईश्वर का स्मरण करते और संतो के साथ आध्यात्मिक चर्चाओं में लीं रहते...
धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से-438Jeewan Aadhar Editor DeskFebruary 5, 2025 February 5, 2025 स्वामी दयानन्द सरस्वती के प्रवचनों में अमीरचंद नामक व्यक्ति भजन गता था। उसका गला अत्यंत सुरीला था। वह जब भी गाता, बड़ी तन्मयता के साथ...
धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—437Jeewan Aadhar Editor DeskFebruary 4, 2025 February 4, 2025 एक राजा को सुयोग्य व ईमानदार मंत्री की आवश्यकता थी। उसके दरबार में चाटुकारों की भरमार थी, जिनसे राजा बहुत परेशान था। एक दिन उसने...
धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—436Jeewan Aadhar Editor DeskFebruary 3, 2025 February 3, 2025 सेठ धनीराम हमेशा पैसे कमाने में लगे रहते और परिवार पर पर्याप्त ध्यान नहीं दे पाते। उनकी पत्नी अपनी हवेली के सामने रहने वाले मजदूर...
धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—435Jeewan Aadhar Editor DeskFebruary 2, 2025 February 2, 2025 एक आदमी को काम के सिलसिले में अपने गाँव से शहर जाना था। चूँकि वह बेरोजगार था और गाँव में उसे कोई काम उपलब्ध नहीं...
धर्मपरमहंस संत शिरोमणि स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—434Jeewan Aadhar Editor DeskFebruary 1, 2025 February 1, 2025 एक फकीर जो एक वृक्ष के नीचे ध्यान कर रहा था, रोज एक लकड़हारे को लकड़ी काटते ले जाते देखता था। एक दिन उससे कहा...
धर्मपरमहंस स्वामी सदानंद जी महाराज के प्रवचनों से—433Jeewan Aadhar Editor DeskJanuary 31, 2025 January 31, 2025 एक राजा कुशल प्रशासक था। प्रजा के सुख-दुःख के लिए वह प्रायः साधारण वेशभूषा में उनके बीच घूमा करता था। एक दिन जब राजा जंगल...