हिसार

अवैध बसों पर नजरें इनायत करके दूसरे अवैध वाहनों के चालान काटने में व्यस्त आरटीए कार्यालय

हिसार (राजेश्वर बैनीवाल)
जिलेभर में अवैध रूप से चल रही निजी बसों पर नजरें इनायत करके इस समय आरटीए कार्यालय अन्य अवैध वाहनों के चालान काटने व उनसे जुर्माना वसूलने में व्यस्त है। हिसार के बस अड्डे से दिन व रात के समय चल रही अनेक अवैध निजी बसों व बस अड्डे के सामने बने समानांतर बस अड्डे की तरफ से आंखें मूंदकर आरटीए कार्यालय के अधिकारी जिले के विभिन्न रूटों पर निकलकर अन्य अवैध वाहनों की तलाश करते हैं ताकि उनकी अवैधता पर रोक लग सके।
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जी हां, जिले में इस समय कुछ ऐसा ही चल रहा है। रोडवेज यूनियने आये दिन आरटीए कार्यालय व परिवहन अधिकारियों पर निजी बसों की तरफ से नरमी बरतने के आरोप लगा रही है और आरटीए कार्यालय की कार्रवाई यूनियनों के आरोपों को सिद्ध कर रही है। यूनियनों का आरोप है कि अवैध बस संचालकों व आरटीए कार्यालय के बीच मिलीभगत है, जिसके चलते संचालक बेरोक-टोक अवैध बसें चला रहे हैं। यही नहीं अवैध बस माफिया ने बस अड्डे के सामने समानांतर बस अड्डा बना लिया है, जो पूरी तरह से गैर कानूनी बताया जा रहा है लेकिन उसकी तरफ न तो रोडवेज अधिकारियों का ध्यान है और न ही आरटीए कार्यालय का। पिछले दिनों टाइम टेबल के मसले पर यूनियनों के निशाने पर रहे आरटीए कार्यालय इन दिनों अवैध वाहन माफिया व ओवरलोडिड डंफरों के खिलाफ अभियान चलाये हुए हैं लेकिन अवैध बसों पर इस अभियान का कोई असर नहीं है। ऐसा भी नहीं है कि बसों को बिल्कुल ही नजरअंदाज किया गया हो, बल्कि पंजाब की तरफ से आने वाली एक-दो बसों को पकड़कर इंपाऊंड भी किया जाता है लेकिन इन बसों के प्रति बरती जा रही नरमी किसी के गले नहीं उतर रही है।
रात्रि के समय अवैध बसों का जमावड़ा
वैसे तो जिलेभर में अवैध बसों का जाल फैला हुआ है लेकिन रात्रि के समय इन अवैध बसों का नंगा नाच शुरू हो जाता है और अधिकारी देखते हुए भी कुछ नहीं कर पाते। रोडवेज सूत्रों के अनुसार इस समय मुख्य रूप से हिसार से जोधपुर, जयपुर, गंगानगर, हरिद्वार व दिल्ली के लिए बेरोक-टोक अवैध बसें चल रही है। इन सूत्रों का कहना है कि केवल रात-रात में 100-150 अवैध बसें हिसार बस अड्डे से सवारियां भरकर जाती है और सब कुछ अधिकारियों की ध्यान में भी है। बताया जाता है कि हिसार डिपो की रोडवेज बसों को बंद करवाने में अहम भूमिका निभाने वाली बस भी जोधपुर व जयपुर रूटों पर धड़ल्ले से जा रही है और मामला आरटीए कार्यालय के ध्यान में होने के बावजूद इस बस सेवा को नहीं रोका जा रहा। पिछले दिनों रोडवेज यूनियनों के आंदोलन के समय रोडवेज डिपो में पहुंचे एसडीएम परमजीत चहल ने आरटीए कार्यालय को इस अवैध बस को रोकने के निर्देश दिये थे लेकिन उनके निर्देश हवा में उड़ गये। नौकरी करना चाहते है, तो यहां क्लिक करे।
बसों का नहीं किया चालान : सहायक
अवैध रूप से चल रही बसों के चालान बाबत पूछे जाने पर आरटीए सहायक चरणजीत ने कहा कि जिलेभर में अवैध वाहनों व डंफरों के खिलाफ अभियान जारी है। आरटीए एएस मान के अलावा उनकी टीम ने भी 7 वाहनों के चालान किये हैं। अवैध रूप से चल रही बसों के चालान बाबत पूछे जाने पर सहायक चरणजीत ने कहा कि अवैध बसों के चालान नहीं किये गये हैं।
प्रभावशाली लोगों पर हाथ नहीं डालते अधिकारी : किरमारा
रोडवेज यूनियन नेता दलबीर किरमारा का कहना है कि अवैध रूप से चल रही बसें प्रभावशाली लोगों की है, जो पहले भी चल रही थी और आज भी चल रही है तथा आगे भी चलती रहेगी क्योंकि इसमें बहुत बड़ा भ्रष्टाचार है। उन्होंने कहा कि आरटीए कार्यालय द्वारा जो चालान किये जाते हैं, ये उन वाहनों के हैं जो वास्तव में सवारियां ढोते ही नहीं और बाहर से आते हैं और ऐसे लोगों की कोई सिफारिश नहीं होती। उन्होंने कहा कि आरटीए कार्यालय को एसडीएम के निर्देश के बावजूद निजी बसों पर कार्रवाई न होना बहुत बड़े भ्रष्टाचार का प्रमाण है।
आरटीए कार्यालय का दावा
आरटीए व अतिरिक्त उपायुक्त एएस मान ने सोमवार देर रात विभिन्न स्थानों पर ओवर लोडिड व अवैध रूप से चलने वाले वाहनों के खिलाफ सघन अभियान चलाते हुए 7 वाहनों पर 2.5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया। अतिरिक्त उपायुक्त एएस मान ने गत सायं तोशाम रोड व हांसी रोड पर वाहनों की चेकिंग का अभियान चलाया। इस दौरान बस, डंफर व ट्रकों सहित 7 वाहन पकड़े गए। इन वाहनों पर एडीसी ने 2.5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया। पकड़े गए वाहनों को इंपाउंड कर दिया गया। आरटीएम व एडीसी एएस मान ने बताया कि जिला में अवैध वाहनों, ओवरलोडिड वाहनों तथा बिना टैक्स के चलने वाले वाहनों के खिलाफ नियमित रूप से अभियान भविष्य में भी जारी रहेगा। इस दौरान उनके साथ ट्रांसपोर्ट इंस्पेक्टर भूषण, सुनील कुमार, रामअर्ज, सतबीर नैन, जयवीर व राकेश कुमार भी अभियान में शामिल रहे।
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