खेत—खलिहान

महज एक एकड़ जमीन से लाखों की पैदावार ले रहे है रवि सैनी

टोहाना (नवल सिंह)
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के इसराईल दौरे के बाद इन्डो—इजराईल नेट हाउस तकनीक ने भारत के किसानों को आकर्षित करना आरंभ कर दिया है। इस तकनीक को अपनाकर युवा किसानों ने परंपरागत खेती को छोड़कर नई तकनीक से खेती करनी आरंभ की है। इससे किसान खेती के साथ—साथ बिजनेस करके बड़ा मुनाफा ले रहे है। नई तकनीक को अपनाकर किसान एक एकड़ से लाखों का मुनाफा कमाने की बात कर रहे है। पढ़ी—लिखी युवा पीढ़ी परंपरागत खेती को छोड़कर नई तकनीक से खेती कर खुशहाली की ओर कदम बढ़ा रही है। पार्ट टाइम नौकरी की तलाश है..तो यहां क्लिक करे।

क्या कहते है किसान
रवि सैनी पढ़े—लिखे किसान है। वे पानीपत के एक बैंक में कार्यरत है, लेकिन पैतृक खेती—बाड़ी में भी काफी रुचि रखते है। रवि सैनी ने बताया कि उसने पानीपत में रहते हुए आॅफिस टाइम के बाद खेती पर अध्ययन करना आरंभ किया। इस दौरान उसे इंडो—इजराइल नेट हाउस तकनीक की जानकारी मिली।

इसके बाद उसने अपनी 4 एकड़ जमीन में से 1 एकड़ जमीन पर इंडो—इजराइल नेट हाउस तकनीक से खेती करनी आरंभ की। आज महज एक एकड़ की खेती से उसे लाखों रुपयों की सालाना आमदनी हो रही है। रवि सैनी का कहना है कि किसानों को इस तरफ जागरुक करने के लिए सरकार को विशेष कदम उठाने चाहिए, ताकि युवाओं का ध्यान फिर से खेती की तरफ आकर्षित हो सके। जीवन आधार प्रतियोगिता में भाग ले और जीते नकद उपहार

निजी कंपनियों के कारण महंगी
रवि सैनी का कहना है अभी यहां पर इंडो—इजराइल नेट हाउस तकनीक निजी कंपनियों के माध्यम से सरकार चला रही है। इसके चलते यह तकनीक थोड़ी महंगी है। यदि सरकार इस तकनीक से निजी कंपनियों को बाहर कर दे तो किसानों को भी काफी लाभ होगा और देश के राजस्व में भी इससे बढ़ोत्तरी होनी तय है।
किसान कहां से ले जानकारी
इंडो—इजराइल नेट हाउस खेती की जानकारी किसानों को उद्यान विभाग द्वारा दी जाती है। यह विभाग किसानों को नेट हाउस स्थापित करने से लेकर इसमें पौध लगाने व बेचने की तरीके से भी अवगत करवाता है। समय—समय पर विभाग किसानों के लिए जागरुकता कैंप के आयोजन भी करता है।
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