हिसार

अब आदमपुर गांव होगा एनिमिया मुक्त

आदमपुर,
‘स्वस्थ आदमपुर व हरा-भरा आदमपुर’ मुहिम के तहत राह ग्रुप द्वारा आदमपुर को एनिमिया मुक्त बनाया जाएगा। यह घोषणा राह ग्रुप आदमपुर के नवनियुक्त प्रभारी एवं पंचायत समिति सदस्य नरषोत्तम मेजर ने की। इस दौरान बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे केश कला कौशल विकास बोर्ड के निदेशक नरेश सेलपाड़ का स्वागत किया गया। पार्ट टाइम नौकरी की तलाश है..तो यहां क्लिक करे।
इससे पहले राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरेश क्रांतिकारी ने नरषोत्तम बिश्नोई को आदमपुर राह ग्रुप का प्रभारी नियुक्त किया और उन्हें आदमपुर की कार्यकारिणी के गठन का दायित्व सौंपा। कार्यक्रम में प्रभारी नरषोत्तम मेजर ने कहा कि राह ग्रुप कन्या भ्रूण हत्या रोकने, महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने, हरियाणवीं संस्कृति को बढ़ावा देने, पौधारोपण करने, स्वास्थ्य के प्रति जागरुता लाने, स्वच्छता अभियान को बढ़ावा देने, छात्राओं को आत्मसुरक्षा के गुर सिखाने, खेलों को बढ़ावा देने, यातायात के नियमों के प्रति जागृति लाने के साथ-साथ कुल 46 प्रकल्पों पर काम कर रहा है।
आदमपुर क्षेत्र की जरुरतों व ग्रुप के पास उपलब्ध संसाधनों की उपलब्धता के हिसाब से कार्य किया जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्रुप पहले चरण में आदमपुर गांव को एनिमिया मुक्त बनाएगा। इसके लिए बकायदा हर तीसरे माह 1-1 जांच शिविर लगाएगा। उन्होंने बताया कि खून की कमी के कारण महिलाओं में सिर दर्द, ब्लड प्रेसर का अनियमित होना, आंखों के पास काले घेरे पडऩा व जल्द थकने जैसी कई बीमारियां हो जाती है। इसके कारण वे अपना काम एकाग्रता से नहीं कर पाती। इस दौरान वीरसिंह राड़, ओमविष्णु बैनीवाल, सुरेश गोदारा, राजकुमार गोदारा, विकास खिचड़, विनोद कुमार सहित राह क्लब के स्थानीय सदस्य व पदाधिकारीगण मौजूद रहे। जीवन आधार प्रतियोगिता में भाग ले और जीते नकद उपहार

आदमपुर गांव की स्थिति
राह ग्रुप आदमपुर की ओर से चयनित गांव की बात करे तो इन दोनों गांवों में 70 फीसदी से अधिक महिलाओं या लड़कियों में खून की मात्रा 4 से लेकर 9 ग्राम तक हैं। जबकि आइडियल तौर पर यह मात्रा 11 से 12 ग्राम होनी चाहिए। ऐसे में यहां व्यापक स्तर पर कार्य करना होगा। यह स्थिति केवल आदमपुर गांव की ही नही बल्कि सभी गांवों में देखी जा सकती है।
क्या है एनीमिया
खून में आयरन की कमी से हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है जिसे हम एनीमिया के नाम से जानते हैं। यह बीमारी पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं में ज्यादा देखी जाती है। आयरन हमारे शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं या रेड ब्लड सेल्स का निर्माण करता है। ये कोशिकाएं ही शरीर में हीमोग्लोबिन बनाने का काम करती हैं। इसलिए आयरन की कमी से शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी हो जाती है और क्योंकि हीमोग्लोबिन ही फेफड़ों से ऑक्सीजन लेकर रक्त में ऑक्सीजन पहुंचाता है, इसलिए हीमोग्लोबिन कम होने से शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने लगती है। और शरीर को पर्याप्त ऊर्जा नहीं मिल पाती। आमतौर पर लोग एनीमिया को कोई बड़ी बीमारी नहीं मानते और इसे अनदेखा करते जाते हैं। लेकिन असल में इस बीमारी से जान भी जा सकती है। एनीमिया के इलाज से पहले एनीमिया के बारे में पूरी जानकारी होना जरूरी है।
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