हिसार

लेक्चरर रामबीर की रहस्यमयी परिस्थितियों में मौत

हिसार,
हिसार-चंडीगढ़ मार्ग स्थित बरवाला चुंगी के नजदीक बीती शाम अज्ञात परिस्थितियों में संस्कृत लेक्चरर रामबीर की मौत हो गई। उनका शव रोड पर गिरा हुआ मिला। पुलिस की आरंभिक जांच में पता चला है कि मृतक की गाड़ी स्टार्ट थी और गाड़ी से थोड़ी ही दूरी पर टीचर का शव सड़क पर गिरा हुआ था और उनके ऊपर से कोई वाहन भी गुजरा हुआ लग रहा है। बीती देर शाम शव को सिविल अस्पताल के डेड हाऊस में रखा गया और आज सुबह शव का पोस्टमार्टम हुआ। पुलिस ने बताया कि मौत के सही कारणों केेे बारे में अभी स्पष्ट नहीं किया जा सकता है। वहीं मृतक के परिजनों ने किसी पर कोई संदेह भी व्यक्त नहीं किया। नौकरी की तलाश है..तो जीवन आधार बिजनेस प्रबंधक बने और 3300 रुपए से लेकर 70 हजार 900 रुपए मासिक की नौकरी पाए..अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करे।
मूलरूप से गांव बहबलपुर निवासी 45 वर्षीय रामबीर सरसौद गांव के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में संस्कृत विषय के लेक्चरर थे और कुछ समय पहले ही वे अपने परिवार के साथ सेक्टर-14 में आकर रहने लगे थे। स्कूल की छुट्टियों के चलते वे अपने बच्चेे का दस्तावेजों में नाम सही करने सहित अन्य प्रमाण-पत्र लेने के लिए आवेदन प्रक्रिया को लेकर बीते दिन गांव गए थे। शाम को जब लौट रहे थे तो बरवाला चुंगी से थोड़ा पहले किन्हीं विपरीत परिस्थितियों में वे गाड़ी से उतरे। उनकी गाड़ी में चालक वाली सीट पर उल्टी होने का भी पता चला हैै। पुलिस व परिजनों को संभावना हैैै कि रामबीर की अचानक तबीयत खराब हुई और वह बाहर निकला। इसी दौरान जब तक वे अपने को काबू करते, उनके ऊपर से कोई तेज गति में वाहन गुजर गया। लोगों नेे जब व्यक्ति को गिरा हुआ देखा तो मामले की जानकारी पुलिस को दी। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंच शव को कब्जे में लिया और आज शव का पोस्टमार्टम करवाया।
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