हिसार
पुराने शहर के तमाम आवासीय क्षेत्रों में पिछले करीबन बीस दिनों से दूषित पेयजल आपूर्ति से जनता पूरी तरह से परेशान हो चुकी है। बच्चे बीमार होने लगे हैं। दूषित पेयजल से परेशान महिलाओं की जुबान पर अब यह बात आ गई है कि दो वर्ष पहले जब डॉ. कमल गुप्ता विधायक बने थे तो उन्होंने विभिन्न इलाकों की महिलाओं से राखी बंधवाई थी और उनकी रक्षा का संकल्प लिया था। महिलाओं का कहना है कि आज हमारा एमएलए भाई सरकार में सीपीएस बन गया है और दो वर्ष में ही हमारे सीपीएस भाई ने राखी बंधवाई का उपहार ‘मातृशक्ति’ के घरों में दूषित पेयजल के रूप में मिल रहा है। ये भी पढ़े—जनता है क्यों परेशान
शहर की विभिन्न कॉलोनियों की महिलाओं का कहना है कि उनके क्षेत्र में पिछले करीबन 25 दिनों से दूषित पेयजल की आपूर्ति हो रही है। पानी में दुर्गंध भी है। लोगों का कहना है कि पानी इतना गंदा है कि घरों में लगे आरओ सिस्टम भी जवाब देते जा रहे हैं और नलकूप का पानी पीने से बच्चों के बीमार होने का डर बढऩे लगा है।
लोगों ने कहा कि दूषित पेयजल की समस्या को लेकर एक कॉलोनी से तकरीबन बीस शिकायतें ऑनलाइन व टोल फ्री नंबर पर दर्ज करवाई जा रही हैं और वहां पर कॉल अटेंड करने वाले ओपरेटर संबंधित अधिकारी और कर्मचारी को समस्या के बारे में सूचना देने की बात कहकर अगले 24 घंटे में समाधान का आश्वासन देकर कॉल काट देते हैं। लोगों का कहना है कि शहर में दूषित पेयजल की समस्या अब एक विकराल रूप धारण कर रही है और यदि समस्या का जल्द समाधान नहीं हुआ तो शहर के सामाजिक संगठनों से मिलकर आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी। हर रोज शहर के एक चौराहे पर एक कॉलोनी के लोग धरना एवं प्रदर्शन करेंगे तथा उस क्षेत्र की महिलाएं मुख्य संसदीय सचिव को राखी बंाधने पर मिले उपहार की दुहाई देंगीं।
महिलाओं का कहना है कि करीबन दो वर्ष पहले जब डॉ. कमल गुप्ता विधायक बने थे तो उन्होंने कॉलोनियों में महिलाओं को सरकार की बीमा योजना के दस्तावेज वितरित किए थे और कहा कि शहर को एक ऐसा विधायक मिल गया है, जो हर कॉलोनी के लोगों को मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस दौरान डॉ. गुप्ता ने क्षेत्र की महिलाओं से राखी भी बंधवाई थी। राखी बांधने वाली महिलाओं का कहना है कि अब उनके विधायक/सीपीएस भाई ने दो साल बात उपहार के रूप में उनके घरों में दूषित पेयजल की सप्लाई है।
पुराने शहर की इन कॉलोनियों में दूषित पेयजल की समस्या
जन स्वास्थ्य विभाग द्वारा पुराने शहर के जिन भी इलाकों में पेयजल सप्लाई की जा रही है, उनमें से अधिकांश आवासीय क्षेत्रों में यह पेयजल सप्लाई दूषित है। पानी इतना गंदा है कि उस पानी को पीना तो दूर की बात है, उस पानी से हाथ धोना भी दूभर है। ऐसे में लोगों को मजबूरन नलकूप का पानी ही प्रयोग में लेना पड़ रहा है, जिसे पीने से व्यक्ति बीमार भी हो सकता है। दूषित पेयजल वाले आवासीय क्षेत्रों में सिटी पुलिस थाना रोड, खजानचियान बाजार, वकीलान बाजार, तिलक बाजार, जैन गली, गांधी चौक क्षेत्र, आजाद गली, मोरी गेट क्षेत्रवासी, पड़ाव गुजरान, कुम्हारान मोहल्ला, सैनियान मोहल्ला, शास्त्री नगर, डोगरान मोहल्ला, पत्थरों वाली गली, तेलियान पुल, आर्य बाजार, संत नगर, महत्ता नगर, विजय नगर, रामपुरा मोहल्ला, धानक मोहल्ला, शान्ति नगर, राजीव नगर, देव वाटिका, बारह क्वार्टर क्षेत्र, योग नगर, ठंडी सड़क क्षेत्र, बख्शी नगर, मिल गेट क्षेत्र, महावीर कॉलोनी, ढाणी बड़वाली, श्याम विहार, मित्तल नगर सहित आसपास की अनेक कॉलोनियां शामिल हैं।