फतेहाबाद

इस शहर में लगातार बढ़ रहे है हनीट्रैप के मामले

फतेहाबाद (साहिल रुखाया)
फतेहाबाद क्षेत्र हनीट्रैप का गढ़ बन चुका है..इसके बाद भी चरित्रहीन पुरुष आसानी से हनीट्रैप के शिकार बनते जा रहे है। पुलिस ने अनैतिक देह व्यापार पर काफी शिकंजा कस रखा है। लेकिन इसके बावजूद प्रत्येक 1—2 माह में हनीट्रैप के मामले सामने आ ही जाते है। पुलिस अब तक कई ऐसे गिरोह को पकड़ चुकी है। लेकिन बिना मेहनत के पैसे कमाने की चाहत में युवा वर्ग इस दलदल में फंसते जा रहे है।

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कैसे दे रहे है अंजाम
फतेहाबाद क्षेत्र में अधिकतर मामलों में युवतियों ने आपने शिकार को फोन के माध्यम से फंसा है। ये युवतियां किसी भी अंजान नंबर पर फोन मिलाती है। इसके बाद युवक से धीरे—धीरे दोस्ती करती है। फिर उन्हें मिलनेे के लिए बुलाती है। मुुलाकात के दौरान अपने शिकार से बातों ही बातों में उसकी पूरी फैमली बेकराउंड जान लेती है। इसके बाद शुरु होता है प्लान का दूसरा चरण। इस चरण में युवक के साथ चोरी—छिपे अतरंग तस्वीरे और वीडियो ली जाती है। बाद में अचानक पति या अन्य युवक मौके पर पहुुंचते है और मारपिटाई, गाली—ग्लौच के बाद युवक को उसकी तस्वीर और वीडियो दिखाकर ब्लैकमेलिंग का दौर शुरु कर देते है।
दो मामले रहे चर्चित
हाल ही में हनीट्रैप के दो मामले काफी चर्चित रहे है। इस मामलों में दोनों शिकार हिसार जिले के बने। पहले मामले में आदमपुर के नजदीकी गांव मोड़ाखेड़ा निवासी एक युवक से लाखों रुपए ऐंठे गए थे। उसने बाद में पुलिस को शिकायत देकर पूरे गिरोह को पकड़वाया था। अब दूसरा मामला 27 जनवरी को सामना आया। इसमें हिसार के बैंककर्मी को शिकार बनाया गया। उससे हजारों रुपए की नकदी लेकर खाली हस्ताक्षर युक्त चेक भी लिए गए थेे। पुलिस ने इस मामले में भी पूरे गिरोह को पकड़ लिया है।
क्या हो समाधान
देह व्यापार का धंधा देश में गैरकानूनी है। लेकिन इसे रोकना तब तक संभव नहीं, जब तक पुरुष चरित्रवान न बने। युवकों को चरित्र, नैतिकता और संस्कारवान शिक्षा देने की आवश्यकता है। जब तक युवा चरित्रवान नहीं बनेंगे पुलिस इस मामले में ​महज शिकार बने युवकों की शिकायत पर कार्रवाही करते हुए गिरोह को पकड़ ही सकती है। गिरोह में शामिल लोग कुछ समय जेल में बीताने के बाद फिर जमानत पर बाहर आ जाते है और इसके बाद फिर नए शिकार को फंसाने का प्लान बनाने लगते है।
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