हिसार

व्यक्ति शरीर से नहीं बल्कि मानसिकता से होता है विकलांग: अनीता कुंडू

बरवाला,
नवनिर्माण एजुकेशन व वेलफेयर सोसाइटी बरवाला द्वारा दिव्यांग बच्चों के शिक्षण संस्थान बरवाला में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्यातिथि के तौर पर एवरेस्ट विजेता अनीता कुंडू ने शिरकत की जबकि अध्यक्षता महंत त्रियम्बक गिरी ने की तथा कार्यक्रम का संचालन रीमन नैन ने किया। इस मौके पर हवन यज्ञ का आयोजन किया गया। जिसमें विभिन्न सामाजिक संगठनों के सदस्यों ने आहूति डाली। साध्वी शक्ति पुरी ने संस्थान के नए भवन का शुभारंभ किया।

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महंत त्रियम्बक गिरी ने कहा कि संस्थान का उदेश्य दिव्यांग बच्चों को शिक्षित करना है ताकि वे पढ़ लिखकर अपने जीवन को सफल बना सकें। इससे वे स्वाभिमानी बन सकेंगे और समाजहित में कार्य कर सकेंगे। मुख्यातिथि अनीता कुंडू ने कहा कि कोई भी इन्सान विकलांग शरीर से नहीं होता है बल्कि मानसिक रूप से होता है। जिसकी सोच छोटी होती है और दूसरों को हीन भावना से देखता है। जरूरमंदों की सेवा नहीं कर सकता और अपने माता-पिता तक को वृद्ध आश्रमों में भेज देता है। असलियत में तो वह इन्सान विकलांग होता है। उन्होंने दिव्यांग बच्चों का आहवान किया कि वे अपने मन में लक्ष्य बनाकर चलें और उसे पूरा करने के लिए जीन-जान लगा दें। उन्होंने सफल होने से कोई नहीं रोक सकता है। क्योंकि जिनके हौंसले बुलंद होते हैं उनकी ही जीत होती है। इन्सान अगर जिंदगी में कुछ ठान ले तो उसे कठोर मेहनत से अवश्य पूरा कर सकता है और दुनिया में अपनी पहचान बना सकता है। उन्होंने सामाजिक संगठनों का भी आहवान किया कि वे इस संस्थान को आगे बढ़ाने में कमेटी का पूरा सहयोग करें ताकि क्षेत्र के दिव्यांग बच्चों को यहां पर नि:शुल्क शिक्षा मिल सके और उनका जीवन सफल बनाया जा सके। नवनिर्माण संस्थान द्वारा दिव्यांग बच्चों को निश्शुल्क शिक्षा देने पर उन्होंने संस्थान की सराहना की और कहा कि वे अपनी ओर से इस संस्थान की हर स्तर पर पूरी मदद करेंगी और समय-समय पर संस्थान में आकर बच्चों का हौंसला बढाएंगी। राजदीप नैन ने बताया कि यह संस्थान दिव्यांग बच्चों को नि:शुल्क शिक्षा दे रहा है और प्रयास है कि क्षेत्र के सभी दिव्यांग बच्चों को शिक्षा देकर शिक्षित किया जा सके ताकि उनका जीवन बदलकर खुशहाल बनाया जा सके। मुख्यातिथि एवरेस्ट विजेता अनीता कुंडू को संस्थान की ओर से स्मृति चिंह देकर सम्मानित किया गया। इस मौके पर महंत त्रियम्बक गिरी, साध्वी शक्ति पुरी, बलराज, प्रदीप, विजेंद्र, सत्यवान कुंडू, डा. अनंत राम बरवाला, रीनम नैन, सुरेश जाखड़, अजय कुंडू आदि मौजूद रहे।

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Jeewan Aadhar Editor Desk