हिसार,
अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के सांगवान गुट के अांदोलन व धरने को लेकर खींचतान की स्थिति बनी हुई है। पुलिस ने भगना मेें उस जगह को पूरी तरह ब्लाक कर दिया है, जहां जाटों ने साेमवार को धरना दिया था। मंगलवार को जाट आंदोलनकारी इस स्थान पर टेंट लगाकर धरना शुरू करना चाहते थे, लेकिन पुलिस ने पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर दी। इससे जाट अब तक धरना शुरू नहीं कर पाए। जाट अब प्रशासन से धरना के लिए जगह उपलब्ध कराने की मांग कर रहे हैं।
हिसार के भगाना गांव में जाटों के धरने को लेकर प्रशासन सुबह से ही अलर्ट रहा। जिस जगह पर जाट समुदाय ने धरना देने का एलान किया था वहां पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया। पुलिस ने पूरे क्षेत्र की घेराबंदी कर दी और धरने के लिए प्रशासन की अनुमति नहीं होने का हवाला देकर धरना स्थल पर पहुंच रहे लाेगों को वापस लौटा दिया। जाट नेता हवा सिंह सांगवान ने प्रशासन और पुलिस के रवैये पर कड़ी आपत्ति जताई है।
बता दें कि आरक्षण आंदोलन के दौरान जेलों में बंद हुए युवाओं की रिहाई और आरक्षण दिए जाने की मांगों को लेकर जाट नेताआें ने 26 फरवरी से धरना देने का ऐलान किया था। 26 फरवरी को जाट आंदोलनकारी मय्यड़ में धरना देने पहुंचे तो वहां धरनास्थल पर प्रशासन में पानी भरवा दिया था। इसके बाद जाटोें ने साेमवार को भगना में धरना देने के बारे रणनीति बनाई और मंगलवार से धरना देने का ऐलान किया। लेकिन, प्रशासन ने धरने से पहले ही मौके पर मोर्चा संभाल लिया। चारों तरफ से बैरिकेटिंग करके धरना स्थल को एक तरह से सील कर दिया गया है।
जाट नेता हवा सिंह सांगवान ने हरियाणा सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि भविष्य में इसके परिणाम सामने आएंगे। उन्होंने इस निर्णय को सरकार का तुगलकी फरमान बताया है। हवा सिंह सांगवान ने कह कि आंदोलनकारी अपनी अगली रणनीति का जल्द खुलासा करेंगे। सांगवान ने कहा कि वह किसी भी सूरत में चुप नहीं बैठेंगे आैर जल्दी नई रणनीति के तहत आंदोलन को शुरू किया जाएगा।
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