फतेहाबाद (साहिल रुखाया)
जिले के राजकीय प्राथमिक विद्यालयों के विद्यार्थी हिन्दी विषय में बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं जबकि अँग्रेज़ी विषय में फिसड्डी साबित हो रहे हैं । वहीं उच्च प्राथमिक विद्यालयों (कक्षा 6 से 8) के विद्यार्थी भी हिन्दी में ही अपना प्रदर्शन बेहतर दे रहे हैं मगर गणित में वे बहुत ज़्यादा पिछड़ रहे हैं । विद्यालयों की वार्षिक परीक्षाओं से ठीक पहले निकलकर आई ये बात दर्शाती है कि जिले में गणित व अँग्रेज़ी विषय पर अभी बहुत ज़्यादा मेहनत करने की दरकार है । जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट),मताना द्वारा जनवरी में हुए मंथली असेसमेंट टैस्ट (मैट) के आधार पर जिले के विद्यालयों के परिणामों की राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्(एससीईआरटी),गुरुग्राम को भेजी गई रिपोर्ट में उक्त आँकड़े सामने आए हैं ।
क्या खास है रिपोर्ट में
डाइट की असेसमेंट टीम द्वारा जनवरी 2018 मैट परिणामों के आधार पर भेजी गई रिपोर्ट में बताया गया है कि जिले के राजकीय प्राथमिक विद्यालयों के 56 प्रतिशत विद्यार्थियों ने हिन्दी में 50 प्रतिशत से ज़्यादा अंक प्राप्त किए जबकि अँग्रेज़ी में 44 प्रतिशत विद्यार्थियों ने ही 50 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल किए । वहीं कक्षा 6 से 8 की कक्षाओं में हिन्दी विषय में 68 प्रतिशत विद्यार्थियों 50 प्रतिशत से ज़्यादा अंक प्राप्त किए जबकि गणित में महज 32 प्रतिशत विद्यार्थी ही 50 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल कर सके । बता दें कि एससीईआरटी मंथली असेसमेंट टैस्ट (मैट) में उन्ही विद्यार्थियों को उत्तीर्ण मानती है जिन्होने 50 प्रतिशत से ज़्यादा अंक प्राप्त किए हों ।
विषयवार विद्यार्थियों की स्थिति
जिले के प्राथमिक विद्यालयों में विषयवार आँकड़ों के अनुसार हिन्दी में 56 प्रतिशत,गणित व पर्यावरण अध्ययन में 53 प्रतिशत व अँग्रेज़ी में 44 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं । वहीं कक्षा 6 से 8 तक के आँकड़ों के अनुसार हिन्दी में 68 प्रतिशत,विज्ञान में 46 प्रतिशत,सामाजिक विज्ञान में 34 प्रतिशत,अँग्रेज़ी में 32 प्रतिशत व गणित में महज 26 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं ।
ये है मंथली असेसमेंट टैस्ट (मैट)
प्रदेश के विद्यालयों में शैक्षिक सुधार की कवायद के तहत शिक्षा विभाग ने 2015 में प्रदेश के राजकीय विद्यालयों में मंथली असेसमेंट टैस्ट योजना लागू की थी और इसमें कक्षा 1 से 8 तक की जिम्मेवारी राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, गुरुग्राम (एससीईआरटी) की सौंपी थी । इसमें एससीईआरटी अपने मातहत प्रदेश के सभी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों से मैट के विश्लेषित आँकड़े मंगवा कर अपनी अंतिम रिपोर्ट शिक्षा विभाग को भेजता है। इस रिपोर्ट में जिले व खंड के टॉप व फिसड्डी विद्यालयों का उल्लेख भी होता है। इसी रिपोर्ट के आधार पर शिक्षा विभाग विद्यालयों में शैक्षिक सुधार लिए फिर आगे का अपना खाका तैयार करता है।
ये हैं जिले के टॉप 10 प्राथमिक विद्यालय
डाइट मताना द्वारा एससीईआरटी को भेजी गई रिपोर्ट में शैक्षिक दृष्टि से इन विद्यालयों को टॉप 10 में शामिल किया गया है -राजकीय प्राथमिक विद्यालय,पृथला,राजकीय प्राथमिक विद्यालय,क़ासिमपुर, राजकीय प्राथमिक विद्यालय,जाप्तेवाला, राजकीय प्राथमिक विद्यालय,ढाणी टाहलीवाली, राजकीय प्राथमिक विद्यालय,ढाणी लखुवाली, राजकीय प्राथमिक विद्यालय,ढाणी शक्ति नगर, राजकीय प्राथमिक विद्यालय,भानीखेड़ा, राजकीय प्राथमिक विद्यालय,ढाणी मेहताब, राजकीय प्राथमिक विद्यालय,उदयपुर व राजकीय प्राथमिक विद्यालय, ढाणी काजलहेड़ी व शामिल हैं।
जिले के टॉप 10 उच्च प्राथमिक विद्यालय (कक्षा 6 से 8)
राजकीय उच्च विद्यालय,ढाणी डुल्ट, राजकीय कन्या माध्यमिक विद्यालय,खाबडा कलाँ, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ,रत्ताखेड़ा, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय,पारता, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय जाखल मंडी,राजकीय माध्यमिक विद्यालय,सहनाल,राजकीय माध्यमिक विद्यालय,मुसाखेड़ा, राजकीय कन्या माध्यमिक विद्यालय,चौबारा, ,राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय,रामसरा, व राजकीय उच्च विद्यालय ,बन मन्दोरी जिले के टॉप 10 उच्च प्राथमिक विद्यालय हैं ।
क्या कहते हैं मैट के प्रदेश समन्वयक
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्(एससीईआरटी),गुरुग्राम में कार्यरत्त मंथली असेसमेंट टैस्ट (मैट) के प्रदेश समन्वयक सुरेंद्र सिंह सिंधू कहते हैं कि मैट को लेकर विभाग बहुत गंभीर है । एससीईआरटी प्रदेश के से संबंधित जिलों से विश्लेषित आँकड़ो को मंगवा कर उन पर कार्य कर रही है।