पंजाब

डेपो करेगा पंजाब के युवाओं को नशे से दूर

पटियाला (अनूप गोयल)
राज्य में नशे के खिलाफ अपनी लड़ाई को जारी रखते हुए पंजाब सरकार नशे का प्रसार रोकने ( ड्रग एब्यूस प्रीवेन्शन आफिसर्ज) डेपो नाम से बहुपक्षीय कार्यक्रम शुरु करने जा रही है जिसमें न केवल नशे के खिलाफ लड़ाई लड़ी जायेगी बल्कि नशे के चक्कर में फंसे नौजवानों को ईलाज मुहैया करवाया जाएगा और लोगों को नशे से दूर रहने के लिए भी प्रेरित किया जायेगा।

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पुलिस लाईन में आज आईजी स्पेशल टास्क फोर्स वी. चन्द्र शेखर ने पटियाला डिविजन के छह जिलों पटियाला, संगरूर, बरनाला, एस.एस.नगर मौहाली, श्री फतेहगढ़ साहिब और रोपड़ के डिप्टी कमिश्नर, अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर और एस.एस.पी के साथ विशेष बैठक कर पंजाब में ड्रग्स का दुरुपयोग रोकने बनाए गए डेपो प्रोगराम की जानकारी दी और लोगों से सरकार के इस कार्यक्रम में अधिक से अधिक संख्या में वालंटियर के रूप में शामिल होने की अपील भी की है।

श्री वी. चन्द्र शेखर ने पटियाला डिविजन के आईजी ए. एस. राय और डी. आई. जी. पटियाला रेंज डा. सुखचैन गिल, डी. आई. जी रोपड़ रेंज बाबू लाल मीणा की उपस्थिति में बताया कि डेपो प्रोगराम में वालंटियर बनने का सिलसिला शुरु हो चुका है। इस कार्यक्रम के तहत पंजाब सरकार के सभी कर्मी स्वतः आधिकारिक वालंटियर के तौर पर काम करेंगे। इसके अलावा यदि कोई भी नशे को खत्म करने में अपना बहुमूल्य योगदान देना चाहता है तो वो डेपो वालंटियर के रूप में अपना पंजीकरण करवा सकता है। ऐसे व्यक्ति अपनी सेवा देने नजदीकी सांझ केंद्र से फार्म लेकर अपना प्रार्थना पत्र दे सकता है। डेपो वलंटियरों को प्रशिक्षण दिया जाएगा और पहचान पत्र भी जारी किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि डेपो वालंटियर बनने के लिए फार्म सांझ केन्द्रों के अलावा वेबसाईट www.ppsaanjh.in से भी प्राप्त किये जा सकते हैं। हालांकि इसके लिए यह शर्त भी है कि ऐसे व्यक्ति के खिलाफ नशे का या अन्य किसी प्रकार की एफ. आई. आर दर्ज नहीं होनी चाहिए।

आई. जी. टास्क फोर्स ने बताया कि मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह डेपो की शुरुआत शहीद भगत सिंह के गाँव खट्टकड़ कलाँ से 23 मार्च को करेंगे और साथ ही राज्य स्तर पर डेपो के स्वैच्छिक कार्यकर्ताओं को भी शपथ दिलवाई जाएगी।

जिला प्रशासन और पुलिस मुखियों की एक विशेष बैठक को संबोधन करते हुए आईजी वी. चन्द्र शेखर ने बताया कि डेपो प्रोगराम का मुख्य उद्देश्य नशे मुक्त मुहल्ले बनाना है और इसके अंतर्गत वलंटियरों के नाम दर्ज करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।

इस कार्यक्रम को जमीनी स्तर पर उचित तरीके से लागू करने जिला मिशन टीमें भी बनाई गई हैं। सम्बन्धित जिलों के डीसी, एसएसपी, सिविल सर्जन और अन्य जिला अधिकारी इन जिला स्तरीय टीमों में शामिल होंगे। इस तरह की ही टीमें आगे सब डिविजन और गाँव स्तर पर भी बनाईं जाएंगी।

उन्हेंने कहा कि हर एक डेपो वालंटियर की जिम्मेदारी होगी कि वह नशे के खिलाफ जागरुकता पैदा करे, नशे में फंसे लोगों की पहचान कर उन्हें नशा मुक्ति केंद्र संबंधी जानकारी दे, अपने क्षेत्र में खेल या अन्य सकारात्मक गतिविधियों को उत्साहित करे और जिला प्रशासन के साथ मिल कर काम करे।

आईजी ने कहा कि पंजाब सकरार तीन स्तर पर नशे को रोकने का अभियान चला रही है जिसमें नशे के कारोबार पर रोक डालना, नशा करने वाले का ईलाज करवा पुर्नवासन करवाना और नशे प्रति लोगों को जागरुक करते हुए इस में नौजवानों को आने से रोकना है।

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