हिसार,
दो दिन पूर्व हिसार-सिरसा राष्ट्रीय राजमार्ग पर दुर्जनपुर गांव के पास हुई भयानक दुर्घटना के आरोप में फतेहाबाद डिपो के चालक पर दर्ज किये गए केस के विरोध में रोडवेज यूनियन का प्रतिनिधिमंडल पुलिस अधीक्षक से मिलने उनके आवास पर पहुंचा। पुलिस अधीक्षक के मौजूद न होने पर उन्होंने उप पुलिस अधीक्षक मोहम्मद जमाल की ड्यूटी लगाते हुए रोडवेज यूनियन की समस्या सुनने के निर्देश दिये, जिस पर यूनियन ने उप पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा।
रोडवेज नेता दलबीर किरमारा ने उप पुलिस अधीक्षक मोहम्मद जमाल को बताया कि दो दिन पूर्व हुई दुर्घटना, जिसमें फतेहाबाद निवासी 5 लोगों की मौत हो गई थी, में रोडवेज चालक का कोई कसूर नहीं है। पुलिस ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि कार फतेहाबाद की तरफ से आ रही थी और आगे आवारा पशु आ जाने के कारण यह दुर्घटना हुई और दूसरी तरफ से पलटते हुए हिसार से जा रही फतेहाबाद डिपो की बस में आकर लग गई। उन्होंने कहा कि इस मामले में रोडवेज चालक बिल्कुल निर्दोष है और पुलिस ने उसके खिलाफ केस दर्ज करके अन्याय किया है, जिसे सहन नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि हरियाणा रोडवेज संयुक्त कर्मचारी संघ को मृतकों के परिजनों से पूरी तरह से हमदर्दी है और उनके साथ बहुत बुरी घटना घटित हुई है लेकिन इस घटना के संबंध में किसी निर्दोष को नहीं फंसाया जाना चाहिए।
दलबीर किरमारा ने कहा कि पुलिस रिपोर्ट के अनुसार कार के आगे आवारा पशु आ जाने के कारण यह दुर्घटना हुई। ऐसे में इस घटना के लिए पूरी तरह से हाईवे अथ्योरिटी के उच्चाधिकारी जिम्मेवार है और उन पर लापरवाही से मौत का केस दर्ज किया जाना चाहिए और साथ ही हाई अथ्योरिटी के उच्चाधिकारियों को चाहिए कि वे मृतकों के परिजनों को 50-50 लाख रुपये मुआवजा दें ताकि पीडि़त परिवारों को कुछ मदद मिल सके। उप पुलिस अधीक्षक ने रोडवेज नेताओं को आश्वासन दिया कि केस की निष्पक्ष जांच करवाई जाएगी और निर्दोष चालक को नहीं फंसाया जाएगा। इस अवसर पर उनके साथ रामसिंह बिश्नोई, राजबीर पंघाल, सुभाष बिश्नोई, रमेश ढाका, सुरेन्द्र खिचड़, कुलदीप पाबड़ा, दर्शन जांगड़ा व अन्य भी थे।