आदमपुर (अग्रवाल)
हिरण शिकार केस में न्यायलय द्वारा सलमान खान को 5 साल की सजा सुनाने पर वन्यजीव प्रेमियों ने खुशी जताई। बिश्नोई सभा हिसार के प्रधान प्रदीप बैनीवाल, पूर्व प्रधान सहदेव कालीराणा, सुभाष देहड़ू, राजाराम खिचड़, कृष्ण राड़, सुंदर डेलू, विनोद मलापुर, दुष्यंत गोदारा, नरषोत्तम बिश्नोई, एडवोकेट सतपाल भांभू, संजय बागड़वा, सुरेश मांजू, सुनील भादू, सुनील बैनीवाल, कृपाराम गोदारा, रामबिलास, आत्माराम, रामचंद्र भांभू, अमन गोदारा, अनूप बिश्नोई, सुभाष दादरवाल ने कहा कि बिश्नोई धर्म अनुयायी वन्यजीवों विशेषकर हिरणों को अपने बच्चों की तरह पालते हैं।
Killing endangered animals is a crime. But 5 years imprisonment for it is too much. Fine him Rs 5 crores and let him go.
— taslima nasreen (@taslimanasreen) April 5, 2018
1998 में सलमान खान व अन्य फिल्मी सितारों ने कांकाणी जोधपुर में हिरणों का शिकार कर मौत के घाट उतार दिया। वन्यजीवों की रक्षा करने वाले बिश्नोई समाज के 20 सालों के संघर्ष के बाद न्यायालय द्वारा सलमान खान को 5 साल की सजा देने पर यह आस हुई है की देश में न्याय प्रणाली अभी जीवित है। परंतु तस्लीमा नसरीन के द्वारा 5 करोड़ देने पर 5 साल की सजा माफ करने के बयान पर बिश्नोई समाज के लोगों की धार्मिक भावनाएं आहत हुई है बिश्नोई धर्म अनुयाई तस्लीमा नसरीन के ट्वीट पर भारत सरकार से मांग करता हैं कि सरकार तस्लीमा नसरीन के ऐसे ब्यान देकर लोगों की धार्मिक भावनाएं भडक़ाने की कोशिश पर कार्यवाही करें ताकि भारतीय न्याय तंत्र की गरिमा बनी रहे।