हिसार,
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष एवं पूर्व सांसद डॉ. अशोक तंवर ने इनेलो और बसपा के गठबंधन को अवसरवादी चाल बताया है। उन्होंने कहा कि ये चले हुए कारतूस हैं इनमें कोई दम नहीं है। आज हिसार में पार्टी कार्यकर्ताओं को सम्बोधित करते हुए डॉ. तंवर ने कहा कि इनेलो हरियाणा में अपनी खोई हुई साख को बहाल करने के लिए किसी सहारे की तलाश में थी और इसी प्रकार बसपा जिसे लोगों ने उत्तरप्रदेश के पिछले विधान सभा चुनावों में सिरे से खारिज कर दिया था, भी बैसाखियों को सहारा ढूंढ रही थी। उन्होंने कहा कि हरियाणा के लोग दोनों पाटियों की मौकापरस्ती से भलिभांति परिचित हैं और उन्हें इस अवसरवादी गठबंधन पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं है।
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि हरियाणा में इनेलो ने अपने शासनकाल के दौरान हरियाणा की जनता पर जो अत्याचार किए थे उसके कारण हरियाणावासी इनेलो को नकार चुके हैं और इसी लिए जनता ने पिछले तीन विधान सभा चुनावों में इनेलो के खिलाफ मतदान किया है। इसी प्रकार उत्तरप्रदेश की जनता ने भी बसपा को पिछले दो विधान सभा चुनावों में बाहर बैठाने का काम किया है। उत्तर प्रदेश के पिछले विधान सभा चुनावों में तो बसपा को 403 सीटों में से मात्र 19 सीटें ही मुश्किल से मिली थी।
डॉ. तंवर ने इनेलो और बसपा के गठजोड़ पर चुटकी लेते हुए कहा कि इन दोनों पार्टियों का गठबंधन दो हताश व्यक्तियों द्वारा एक-दूसरे को दिलासा देने के समान है। उन्होंने कहा कि हरियाणा की जनता जागरूक है और वो ऐसे मौकापरस्त गठबंधन के बहकावे में नहीं आयेगी।
29 अप्रैल को दिल्ली के रामलीला मैदान में होने वाली ‘जन आक्रोश’ रैली के बारे में बोलते हुए हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि इस रैली के लिए हरियाणा को विशेष जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जी के पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद यह कांग्रेस की पहली रैली होगी जो देश की राजनीतिक दिशा और दशा तय करेगी।
उन्होंने कहा कि सत्ताधारी भाजपा की जन-विरोधी नीतियों के कारण देश में अराजकता का माहौल बना हुआ है और देश की जनता अपने आपको असुरक्षित और असहाय महसूस कर रही है। नोट बंदी की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि एक अपरिपक्व निर्णय के कारण आज फिर देश के बहुत से एटीएम में पैसा नहीं है जिसका सीधा सा अर्थ है कि 2000 रूपए के नए नोट जमाखोरों के हाथ में पहुंच चुके हैं और भाजपा सरकार मूक-दर्शक बनी हुई है।
उन्होंने कहा कि 29 अप्रैल की ‘जन आक्रोश’ रैली भाजपा की जन-विरोधी नीतियों के विरूद्ध हुंकार भरेगी और आमजन को भाजपा की देश को बर्बाद करने की साजिश से अवगत करायेगी। डॉ. तंवर ने कहा कि राहुल जी के नेतृत्व में होने वाली यह रैली देश की निक्कमी सरकार के ताबूत में आखिरी कील साबित होगी।
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री द्वारा महाभारत काल में इंटरनैट आदि की व्यवस्था होने की बात पर टिप्पणी करते हुए हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि महाभारत काल में ऐसी व्यवस्था थी या नहीं इसकी वर्तमान युग की टैक्नॉलोजी के साथ तुलना करना बिल्कुल बेतुकी बात है। यह तो वैसी ही बात है कि ‘मारो घुटना, फूटे आंख’, ऐसी बेतुकी बातें सिर्फ भाजपा के नेता ही कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा नेताओं द्वारा ऐसे बयान देना का मकसद लोगों का ध्यान ज्वलंत मुद्दों से हटाकर उन्हें गुमराह करना है।
हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया कि दिल्ली में होने वाली कांग्रेस पार्टी की ‘जन आक्रोश’ रैली में हरियाणा की सबसे अधिक भागीदारी रहेगी। उन्होंने बताया कि इस सिलसिले में उन द्वारा जिलेवार पार्टी कार्यकत्ताओं की बैठकें लेने का कार्यक्रम शुरू हो चुका है। डॉ. तंवर रोहतक के बाद आज हिसार व जीन्द में पार्टी कार्यकर्ताओं से रूबरू हुए। आने वाले तीन दिनों में डॉ. तंवर सिरसा, फतेहाबाद, गुडग़ांव, फरीदाबाद, पलवल, झज्जर व रेवाड़ी जिलो के कार्यकर्ताओं की बैठकों को संबोधित करेंगे। इसी प्रकार हरियाणा के अन्य सभी जिलों में भी धुंआधार बैठकों का दौर जारी रहेगा।
डॉ. तंवर ने हरियाणावासियों से अपील की है कि वे इस रैली में भाग लेने के लिए अधिक से अधिक संख्या में 29 अप्रैल को रामलीला मैदान पहुंचे और यह साबित कर दें कि हरियाणावासी भाजपा की तानाशाही को और बर्दाशत करने के लिए तैयार नहीं है।