हिसार

करोड़ों की धोखाधड़ी में हुआ निलंबित, फिर लगा दिया 36 लाख 55 हजार रुपये का चूना

हिसार,
आर्थिक अपराध शाखा ने बिजली निगम के निलंबित फील्ड असिस्टेंट विद्युत नगर वासी पवन कुमार को गिरफ्तार किया है। इसके खिलाफ 24 नवंबर 2018 को सातरोड सब डिविजन के एसडीओ ऑपरेशन ने शिकायत देकर धोखाधड़ी का केस दर्ज करवाया था। पुलिस के अनुसार आरोपी पवन कुमार कई सालों से सातरोड सब डिविजन दफ्तर में सेवारत रहा था। इनकी सेवाएं कार्यालय रिकाॅर्ड अनुसार समय-समय पर अलग-अलग कार्यों पर ली जाती रहीं थी।

जून 2018 में डीएचबीवीएन की एओ, इंस्पेक्शन रेवेन्यू ऑडिट ने उपमंडल में टीम के साथ रेवेन्यू रिकार्ड ऑडिट किया था। इसमें करोड़ों रुपयों का गोलमाल मिला था, जिसमें पवन कुमार की संलिप्तता मिली थी। अधीक्षक अभियंता प्रवर्तन मंडल द्वारा 20 अगस्त 2018 को कर्मी पवन कुमार को निलंबित करके हांसी एक्सईएन ऑपरेशन में हेड क्वार्टर फिक्स कर दिया था। आरोप है कि निलंबन के बावजूद वह सातरोड सब डिविजन कार्यालय में आता रहता था।

उसने रेवेन्यू संबंधित कार्य करने के लिए निगम द्वारा एक सिम कार्ड मिला हुआ था। इसी मोबाइल पर निगम द्वारा उसको हर रोज पासवर्ड जारी किया जाता था ताकि वह रेवेन्यू संबंधित कार्य कर सके। इसने सिम को वापस नहीं लौटाया था। 8 नवंबर 2018 को रेवेन्यू स्टेटमेंट करने पर पता चला कि पवन कुमार ने निलंबन के बावजूद अपनी पुरानी आईडी प्रयोग में लाकर 36 लाख 55 हजार रुपये का लाभ लिया जोकि गैरकानूनी है।

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