मेरठ,
मेरठ जिले की एक पंचायत ने इंसानियत को शर्मसार करने वाला एक फैसला सुनाया है। खबर मेरठ के खरखौदा थाना इलाके की है। जानकारी के मुताबिक, मेरठ के छतरी गांव के दो दबंगों ने दलित किशोरी को अपनी हवस का शिकार बनाया और अश्लील वीडियो बनाकर चार महीने तक ब्लैकमेल करते थे। इसका खुलासा किशोरी के गर्भवती होने पर हुआ। मामला सामने आने के बाद जब परिजन पुलिस के पास जाने लगे तो गांव की पंचायत ने पीड़ित परिवार को लोक-लाज का हवाला दिया और पंचायत बुलाई गई। पंचायत में दलित किशोरी की इज्जत की बोली लगाई, जिसकी कीमत तीन लाख रुपए तय की गई। पीड़ित की मां का कहना है, ‘हमें पैसे नहीं न्याय चाहिए’।
Meerut: Minor girl allegedly raped & blackmailed by accused. Police says, 'family & Panchayat tried to settle the matter on their own but now the matter is in our hands & we are probing it. Since girl is from Scheduled Caste, provisions of SC/ST Act will also be applied.' pic.twitter.com/iLCwAseq9u
— ANI UP (@ANINewsUP) April 21, 2018
2 लाख तत्काल, 1 लाख अबॉर्शन के लिए
पीड़ित परिवार के मुताबिक, बलात्कार के एवज में पंचायत ने पीड़िता की आबरू का सौदा लाख में किया। पंचायत ने अपने फरमान में दो लाख रुपए तत्काल देने और 1 लाख रुपए अबॉर्शन के लिए देने का हुक्म जारी किया।
गर्भवती होने के बाद हुआ खुलासा
पीड़ित परिवार के मुताबिक, नाबालिग पीड़िता के साथ हुई इस वारदात का खुलासा तब हुआ, जब किशोरी गर्भवती हो गई। जानकारी के मुताबिक, पीड़िता अपने परिजनों के साथ रोजाना पड़ोस के ही गांव में मजदूरी करने जाती थी। वहीं गांव के ही दो दंबगों ने उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और वीडियो क्लिप भी बना ली थी।
पुलिस ने दर्ज किया मामला
पंचायत का ये फरमान जब मीडिया की सुर्खियां बनी तो पुलिस ने इस मामले में पीड़ित परिवार की तहरीर पर दो लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। जानकारी के मुताबिक, पुलिस आरोपियों का तलाश में जुटी हुई है।
आरोपी गांव से फरार
रेप आरोपियों कि धरपकड़ के लिये पुलिस छतरी गांव में दबिश दे रही है, लेकिन आरोपी अपने घर से फरार है। पुलिस ने आरोपियों के परिजनों के मोबाइल अपने कब्जे में ले लिए है। वहीं आरोपियों के परिजनों का कहना है कि उनके बच्चों को झूठा फंसाया जा रहा है।