हिसार,
जिला प्रशासन हिसार को कई माह पहले ही आवरा पशु विमुक्त घोषित कर चुका है। लेकिन शहर के सेक्टरों के मेन रोड व अन्य सड़कों पर घूम रहे बेसहारा पशुओं से सेक्टरवासी दुर्घटनाओं का शिकार हो रहे है। विशेष तौर पर सेक्टर 9-11, सेक्टर 16-17 और सेक्टर -13 में यह समस्या ज्यादा गम्भीर है।
इस समस्या के समाधान को लेकर जिला विजिलेंस एवं मॉनिटरिंग कमेटी (दिशा) के सदस्य अमित ग्रोवर ने सेक्टरों में रहने वाले सदभावना संस्था के सदस्यों से विचार विमर्श किया और अपने स्तर पर पशुओं को हटाने को लेकर अभियान शुरू करने पर जोर दिया। सेक्टर 9-11 से मोहित कथूरिया व सुमित कुमार, सेक्टर 16-17 से नरेश जायसवाल, संजीव भाटिया और सेक्टर -13 से ओपी मक्कड़, ईश गिरधर,सुरेश चावला ने उन्हें बताया कि सेक्टरों में इन पशुओं की संख्या बहुत बढ़ गयी है। सेक्टरों में घूम रही गाय, सांड और कुत्ते भी रोजाना किसी न किसी सेक्टवासी को हमला कर घायल कर रहे हैं। सबसे ज्यादा दिक्कत रात को तोशाम रोड और दिल्ली रोड से मुड़ते ही सेक्टर 9-11 के मेन रोड पर है। जिस पर अंधेरे में बाइक पर सवार सेक्टरवासी दुर्घटनाग्रस्त होते है।
यही हालात सेक्टर 13 में दूरदर्शन केंद्र के पास के हैं। तोशाम रोड से सेक्टर 16-17, सेक्टर 13 सहित मॉडल टाउन क्षेत्र के लोग और सेक्टर 9-11 में रहने वाले लोग भी रात के समय अंधेरे में इन पशुओं से टकरा कर घायल हो रहे है। उन्होंने कहा कि सेक्टरवासियों के पास इतना समय नही होता कि वे अधिकारियों के दफ्तरों में जाकर उनसे इस परेशानी का जवाब मांगे। इसलिए बुधवार रात्रि से सेक्टर की सड़कों से आवारा पशुओं को हटाने का अभियान शुरू किया जाएगा, ताकि सेक्टवासियों समेत हिसार शहर की किसी भी क्षेत्र में रहने वाले लोगो को जान माल की हानि न हो।
इस अभियान की शुरूआत सेक्टर 9-11 से की जाएगी। इस अभियान के तहत सेक्टर की सड़कों के बीच में बैठे या घूम रहे आवारा पशुओं का सर्वे किया जाएगा ताकि पूरी रिपोर्ट संबंधित अधिकारियों तक पहुंचाई जा सके। इसके साथ ही आवारा पशुओं के गले में रिफलेक्टर डाले जाएंगे, ताकि वाहन चालकों को दूर से ही पशुओं की स्थिति पता चल सके। उन्होंने कहा कि अगर जल्द ही सेक्टरों को सड़कों से यह पशु नहीं हटाये गए तो सेक्टवासियों के साथ मिलकर आगामी कदम उठाया जाएगा।