हिसार

आखिरकार पुलिस प्रशासन को लेने पड़े बयान, धरना स्थल पर आकर लिए व्यापारी के बयान

आदमपुर (अग्रवाल)
आदमपुर पुलिस को व्यापारी एकता के आगे झुकना पड़ा। रविवार को थाने में जाने के बाद भी पीड़ित व्यापारी के बयान न लेने वाली आदमपुर पुलिस आज धरने स्थल पर पहुंची और व्यापारी के बयान दर्ज किए।
जानकारी के मुताबिक, गेहूं की खरीद, उठान व पेमेंट न होने के चलते आदमपुर के व्यापारियों ने शनिवार को मंडी बंद का ऐलान करते हुए जोरदार प्रदर्शन किया था। इस प्रदर्शन् का नेतृत्व जिला पार्षद सदस्य व व्यापारी रामप्रसाद गढ़वाल ने किया था। रामप्रसाद गढ़वाल ने रविवार को व्यापार मंडल के पदाधिकारियों को बताया कि प्रदर्शन और धरने से खफा होकर खाद्य आपूर्ति विभाग के इंस्पेक्टर ने उसे फोन करके जान से मारने की धमकी दी है। इसके बाद व्यापार मंडल के सदस्य आदमपुर थाने में गए।
आदमपुर थाने में व्यापारियों के बयान दर्ज करने के स्थान पर पुलिस ने मामले की जांच करने की बात कह कर ढीले रवैये का परिचय दिया। इसके बाद विपक्ष के नेताओं का व्यापारियों के समर्थन में आने का क्रम शुरु हो गया। रविवार को इनेलो नेता राजेश गोदारा व सिद्धार्थ गोदारा व्यापारियों के पास पहुंचे। सोमवार को पूर्व वित्तमंत्री प्रो. सम्पत सिंह व्यापारियों के धरने के पर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने व्यापारियों के साथ ज्यादती करने वाले अधिकारियों को परिणाम भुगतने को तैयार रहने की बात कही। साथ ही पुलिस विभाग के आलाधिकारियों को मामले से अवगत करवाया। इसी बीच आदमपुर विधायक कुलदीप बिश्नोई ने मामले में पुलिस के आलाधिकारियों से बातचीत की।
चौतरफा दवाब बनते देख आदमपुर पुलिस ने धरने स्थल पर जाकर पीड़ित व्यापारी के बयान लिए। अब देखना है कि पुलिस व्यापारी के बयान दर्ज होने के बाद आगे की कार्रवाई करती है या फिर महज खानापूर्ति करके मामले को ठंड़े बस्ते में डालती है।

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