फ़तेहाबाद (साहिल रुखाया)
कराधान विभाग के अधिकारी जाट धर्मशाला में चल रही एक नेटवर्किंग मार्केटिंग कंपनी की जांच करने के लिए मंगलवार दोपहर को पहुंचे। जिसका नेतृत्व खुद कराधान एवं आबकारी उपायुक्त डा. वीके शास्त्री ने किया। इस दौरान उनके साथ बड़ी संख्या में कराधान विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे। दरअसल, वैली ऑफ डायमंड सेफ ट्रैड यानी वीडीएसटी नामक नेटवर्किंग मार्केटिंग कंपनी कई आइटम बेचने का काम पिछले कई महीनों से कर रही हैं। अब तक कंपनी में हजारों युवा जुड़कर काम कर रहे हैं। जिसके चलते कंपनी का करोड़ों रुपये का टर्न आॅवर हो गया।
इसी बीच किसी ने उनकी शिकायत कर दी। जिसके बाद गत शनिवार को पुलिस ने जांच की। जो अभी तक जारी है। इसके बाद कराधान विभाग के अधिकारी जांच करने पहुंचे। जांच में सामने आया कि कंपनी ने जीएसटी नंबर लिया हुआ है, लेकिन मार्च महीने से ही जीएसटी रिटर्न नहीं भरा। पिछले तीन महीनों में कंपनी का टर्न ऑवर 9 करोड़ रुपये अधिक हैं।
नियमानुसार कंपनी को हर महीने की 20 तारीख को रिटर्न भरना था, लेकिन उसने भरा नहीं। विभाग के जांच में पाया कि जो कंपनी सामान बेच रही है। उस पर 12 से लेकर 18 फीसद तक जीएसटी टैक्स का प्रावधान हैं, लेकिन उसे भरा नहीं गया। अब विभाग के अधिकारियों ने कंपनी के सीएमडी को एक सप्ताह के अंदर टैक्स भरने का निर्देश दिया है। अन्यथा विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
डा. वीके शास्त्री, उपायुक्त कराधान एवं आबकारी विभाग की जुबानी—
‘मैं खुद जांच करने गया था। जांच में पाया कि कंपनी का टर्न ऑवर नौ करोड़ रुपये से अधिक हैं, लेकिन कंपनी ने पिछले तीन महीनों से जीएसटी रिटर्न नहीं भरा। कंपनी को हर महीने 20 तारीख को रिटर्न भरना था। कंपनी 12 से लेकर 18 फीसद के दायरे में आनी वाली वस्तुएं बेच रही हैं। एेसे में जो नियमानुसार टैक्स बनता है कंपनी को निर्धारित समय में भरना होगा। वहीं एसबीआई रोड पर चल रही कंपनी को भी दस्तावेज दिखाने के निर्देश दिए है। गड़बड़ी मिलने पर उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।’