नई दिल्ली,
किसान आंदोलन को लेकर जहां राजनीतिक गलियारों में बयानबाजी के जरिए एक-दूसरे को घेरने की कोशिशें चल रही हैं, वहीं दूसरी ओर हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर आंदोलन को लेकर दिए गए अपने बयान के कारण सुर्खियों में हैं। देशभर में चल रहे किसान आंदोलन पर जब उनसे मीडिया ने प्रतिक्रिया जाननी चाही तो उस पर सीएम ने इसे ‘बिना विषय का आंदोलन’ बताया जो ‘खांमखां की बातों’ को लेकर आगे बढ़ाया जा रहा है।
#WATCH: Haryana CM Manohar Lal Khattar speaks on farmers' strike, says, 'they don't have any issues, they are just focusing on unnecessary things, not selling produce will bring losses to farmers.' (01.06.2018) pic.twitter.com/CFY7dzgj2g
— ANI (@ANI) June 2, 2018
सीएम खट्टर ने कहा, ‘किसानों की हड़तालों का कोई विषय नहीं है। उनका किसी भी प्रकार का कोई मुद्दा नहीं है। ये खांमखां की बात को लेकर आगे चल रहे हैं। वैसे भी ये जो हड़ताल है उसमें ये कहना कि दूध नहीं बेचेंगे और सब्जी नहीं बेचेंगे तो इसमें किसानों का ही नुकसान है।’
बता दें कि मध्यप्रदेश,पंजाब, हरियाणा समेत देश के कई राज्यों में एक जून से 10 जून तक किसानों के गांव बंद को लेकर सरगर्मियां तेज हैं। एक तरफ जहां देश के किसान संगठन इन 10 दिनों में गांवों से खाने-पीने की चीजों की आपूर्ति न करने पर अड़े हैं, वहीं सरकार किसानों को मनाने में जुटी हुई है। किसान आंदोलन के चलते सब्जियों और फलों के दाम दोगुने हो गए हैं।
क्या है किसानों की मांग
– देश के किसानों का सारा ऋण एक साथ माफ किया जाए।
– सभी फसलों पर लागत के आधार पर डेढ़ गुना लाभकारी मूल्य को बढ़ाया जाए।
– छोटे किसान या फिर किसी अन्य की भूमि पर खेती करने वाले किसानों की आय मासिक तौर पर निर्धारित होनी चाहिए।