कुरुक्षेत्र हरियाणा

दोहरे हत्याकांड का पर्दाफाश, देश के अलग—अलग हिस्सों से पकड़े 11 आरोपी

कुरुक्षेत्र,
पुलिस अधीक्षक अभिषेक गर्ग ने कहा कि पुलिस ने पिंडारसी दोहरे हत्याकांड का पर्दा फाश करते हुए वारदात को अंजाम देने वाले 11 मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस की 6 टीमों व एक डीएसपी ने साईबर सैल का सहारा लेते हुए देश के अलग-अलग राज्यों से आरोपियों को पकडऩे में सफलता हासिल की है। इस गिरोह के कुल 17 सदस्यों में से 5 महिला भी शामिल है और इनमें से 3 महिलाओं को भी गिरफ्तार किया गया है। 

एसपी अभिषेक गर्ग ने रविवार को एसपी कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए बताया कि  बाबरियां गिरोह के 11 सदस्यों को एक साथ पकड़ा है। उन्होंने बताया कि 22 मई 2018 को गांव पिंडारसी रेलवे लाईन के पास कुछ अज्ञात लोगों ने राजा राम व अर्जुन की बेहरमी से हत्या कर दी और कुलदीप को गंभीर रूप से घायल कर दिया। इस दौरान दर्जनों भेडे ट्रेन के नीचे आकर कट गई। इस वारदात को लेकर पिंडारसी निवासी ईशम सिंह ने जीआरपी थाना में एफआईआर दर्ज करवाई थी। वारदात के तुंरत बाद ही पुलिस ने डीएसपी गुरमेल सिंह सहित 6 टीमों को जांच के लिए गठित कर दिया था, राज्य सरकार के आदेशानुसार यह मामला जीआरपी पुलिस से बदल कर जिला पुलिस को सौंप दिया था। 

सीसीटीवी की फुटेज बनी सहायक
एसपी ने कहा कि पुलिस ने शक के आधार पर अलग-अलग जगहों पर दबिश दी और इस दौरान गिरोह की पहचान भी कर ली गई थी। इसके लिए साईबर सैल और सीसीटीवी फुटेज की मदद भी ली गई। इस गिरोह के सदस्य वारदात करने के बाद देश के अलग-अलग जगहों पर फैल गए थे ताकि पुलिस उन तक ना पहुंच पाए। लेकिन पुलिस ने साईबर सैल का सहारा लेते हुए वारदात करने वाले 11 लोगों को देश के अलग-अलग राज्यों से पकड़ा और उनको पूछताछ के लिए कुरुक्षेत्र लाई। इस छानबीन के दौरान पकड़े गए सभी आरोपी बाबरियां गिरोह के है और सभी रिश्तेदार भी है। उन्होंने बताया कि सीसीटीवी फुटेज से गिरोह में 17 लोगों के होने की संभावना है। जिसमें 12 पुरूष और 5 महिलाएं शामिल है। पुलिस ने इसमें से 8 पुरूष और 3 महिलाओं को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने अभी आरोपियों से वारदात में प्रयोग किए गए डंडों और ट्रक सहित अन्य सामान को बरामद करना है। 

चोरी और लूटपाट था उद्देश्य
उन्होंने पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि बाबरियां गिरोह के सदस्यों का मुख्य उद्देश्य भेडों को चोरी करने और लूटपाट करना था। इस गिरोह के सदस्य हमेशा पहले परिवार पर हमला करते है और बाद में लूटपाट करते है। इस मामले में पुलिस राजस्थान में सम्बन्धित आरोपियों के नजदीक थानों से पूछताछ कर रिकोर्ड हासिल करेगी। इस रिकोर्ड से पता चल पाएगा कि आरोपियों का अपराधिक बैकग्राउंड क्या है। उन्होंने बताया कि इस गिरोह में 20 साल से लेकर 50 वर्ष तक की उम्र के आरोपी शामिल है। इन आरोपियों ने डंडों से ही सिर पर हमला कर राजा राम व अर्जुन की हत्या की है तथा कुलदीप को गंभीर रूप से घायल किया है। इस गिरोह के सदस्यों ने 22 मई से करीब 4-5 दिन पहले कुरुक्षेत्र में अपना डेरा जमा लिया था और वारदात को अंजाम देने के लिए अलग-अलग जगहों पर रैकी कर रहे थे। इस गिरोह के सदस्यों ने रैकी के बाद पिंडारसी में भेडों को लूटने की योजना तैयार की और 22 मई को रात्रि करीब 2 बजे वारदात को अंजाम देने के बाद ट्रेन और अन्य यातायात के माध्यमों से देश के अलग-अलग राज्यों में चले गए थे ताकि पुलिस उन तक ना पहुंच पाए। उन्होंने कहा कि पुलिस गिरोह के 6 सदस्यों को गिरफ्तार करने के लिए अलग-अलग जगहों पर दबिश दे रही है।

कहां-कहां से पकडे गए आरोपी
पुलिस अधीक्षक अभिषेक गर्ग ने बताया कि कच्ची बस्ती माडी कोई निवासी हरिकेश बागडी उर्फ रमेश चंद को हिमाचल के जिला झंगोली, कच्ची माली कोठी जिला जयपुर निवासी याद राम उर्फ बेगू को जालंधर, मोडा पट्टी जिला धोंसा राजस्थान निवासी रामलाल को गोवर्धन उत्तर प्रदेश से, गांव गगाली रोड़ मिजाबाग जयपुर निवासी रमेश कुमार को गोवर्धन उत्तर प्रदेश, कुमराह खेडी भरतपुर निवासी राजस्थान कमलेश को गोवर्धन उत्तर प्रदेश,धोंसा राजस्थान निवासी बनी सिंह को गोवर्धन उत्तर प्रदेश, कन्ना पट्टी राजस्थान निवासी मुकेश कुमार को कुल्लू हिमाचल, धोंसा राजस्थान निवासी मीरा देवी को गोवर्धन उत्तर प्रदेश, लाल सीट जिला धोंसा राजस्थान निवासी बरखा को हिमाचल प्रदेश के झिंगोली से, कुमरा खेडी जिला भरतपुर राजस्थान निवासी मथुरा को गोवर्धन उत्तर प्रदेश तथा मोडा पट्टी निवासी पोखरिया को दिल्ली से पुलिस पकड कर कुरुक्षेत्र लेकर आई। .

डीएसपी गुरमेल सिंह व 6 टीमों ने पकडा बाबरियां गिरोह को
बाबरियां गिरोह को गिरफ्तार करने के लिए डीएसपी गुरमेल सिंह के नेतृत्व में अपराध शाखा 2 के निरीक्षक दिपेन्द्र सिंह, अपराध शाखा एक के निरीक्षक केवल सिंह, डीआई निरीक्षक संदीप कुमार, ईस्माईलाबाद प्रभारी निरीक्षक राजेश कुमार, केयूके थाना प्रभारी सतीश कुमार व साईबर सैल कुरुक्षेत्र के इन्चार्ज नायब सिंह की टीम को नियुक्त किया था। इन टीमों ने तेजी से कार्रवाई करते हुए केवल 12 दिनों में ही बाबरियां गिरोह का पर्दा फाश किया है। 

पुलिस अधीक्षक ने ईनाम के रूप में दिए 25 हजार रुपए
पुलिस अधीक्षक अभिषेक गर्ग ने पुलिस की सभी टीमों को सराहनीय कार्य करने पर 25 हजार रुपए का ईनाम देने की घोषणा की। इतना ही नहीं इन टीमों का नाम आवार्ड के लिए पुलिस महा निदेशक को भी भेजने का निर्णय लिया है। 

नेपाल जाने की फिराक में भी था एक आरोपी
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि अगर बाबरियां गिरोह के सदस्यों को अलग-अलग जगहों से एक साथ ना पकड़ा जाता तो इस गिरोह को पकड़ऩा बहुत मुश्किल था। इस गिरोह का एक सदस्य नेपाल जाने की फिराक में भी था।

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