हिसार।
हिसार में बनने वाले अंतर्राष्ट्रिय हवाई अड्डे पर खतरे के बादल मंडराने लगे है। दिल्ली का बोझ कम करने का तर्क देकर हिसार में हवाई अड्डा बनाने की तैयारियां चल रही थी। इसके लिए सूबे के मुखिया मनोहर लाल, राज्यसभा सांसद डा. सुभाष चंद्रा और सीपीएस डा. कमल गुप्ता काफी प्रयास भी कर रहे है। सीएम पिछले दिनों इस मसले पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी बात करके आए थे। और पिछले एक साल से यहां पर लगातार अलग—अलग टीमें आकर अंतर्राष्ट्रिय हवाई अड्डे की संभावनाओं को खोज भी रही है।
लेकिन इसी बीच केंद्र सरकार यूपी के जेवार में अंतर्राष्ट्रिय हवाई अड्डा बनाने की मंजूरी दे दी है। इसके पीछे भी दिल्ली अंतर्राष्ट्रिय हवाई अड्डे का बोझ कम करने का ही दिया गया है। इसके लिए बकायदा सिविल ऐविएशन मंत्रालय ने मंजूरी भी दे दी हैं। सिविल ऐविएशन मंत्री जंयत सिन्हा ने कहा कि जेवर में अंतर्राष्ट्रिय हवाई अड्डे के निर्माण से यूपी के लोगों को काफी राहत मिलेगी और यहां पर नए—नए उद्योग स्थापित हो सकेंगे, साथ ही दिल्ली अंतर्राष्ट्रिय हवाई अड्डे को भी भारी भीड़ से राहत मिलेगी।
एक ही तर्क को लेकर हिसार और जेवर में दो अंतर्राष्ट्रिय हवाई अड्डे बनने की संभावनाएं कम हैं। ऐसे में केंद्र की भाजपा सरकार पहले जेवर को प्राथमिकता देती नजर आ रही है, क्योंकि भाजपा की नजर 2019 में होने वाले चुनाव पर है और वो हर हाल में यूपी की सभी 80 सीटों को जीतना चाहती है।
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