हिसार,
टोहाना सीआईए इंचार्ज जयभगवान एवं अर्जुन अवार्डी अौर कॉमनवेल्थ पदक विजेता बॉक्सर इंस्पेक्टर जयभगवान हिसार में एक महिला अधिकारी के साथ मारपीट के मामले में फंस गए हैं। इस मामले में हिसार के उपायुक्त अशोक कुमार मीणा ने बॉक्सर जयभगवान के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के लिए एसपी हिसार को पत्र लिखा है।
मामले में जयभगवान का महिला अधिकारी के साथ राजीनामा नहीं होता तो सीआईए टोहाना इंचार्ज के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज हो सकती है। पुलिस सूत्रों के अनुसार जयभगवान के खिलाफ किसी भी समय हिसार पुलिस एफआईआर दर्ज कर सकती है। जयभगवान वर्तमान में फतेहाबाद के टोहाना में सीआईए इंचार्ज है। इससे पहले वह आदमपुर में थाना प्रभारी रहते हुए भी विवादों में रह चुके है।
कॉलोनी के लोग बोले जयभगवान निर्दोष
उपायुक्त से भले ही जयभगवान के खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्र लिखा हो लेकिन अमरदीप कॉलोनी के लोगों का कहना है कि जयभगवान मामले में पूरी तरह निर्दोष है। उन्होंने बस कॉलोनी से ठेका हटाने की मांग कर रहे लोगों का समर्थन किया था। अर्जून अवार्डी होने के कारण उन्हें बदनाम करने और कॉलोनी वासियों में भय पैदा करने के लिए शराब ठेकेदार के इशारों पर गलत कार्रवाई करने की कोशिश की जा रही है।
ये था मामला
कैमरी रोड स्थित अमरदीप कॉलोनी में 19 मई को शराब के ठेके के विरोध मे जमकर बवाल हुआ। कॉलानी वासियों ने ठेके को बंद करवाया दिया। बाद में मामले को निपटाने पहुंची एक्साइज इंस्पेक्टर नीलम सहित उनके ड्राइवर को लोगों ने बंधक बना लिया। नीलम ने उच्च अधिकारियों को फोन किया तो थाने से पुलिस मौके पर पहुंचे और अधिकारियों को मुक्त करवाया। बाद में ठेकेदार और अधिकारियों की तरफ से पुलिस को लिखित शिकायत दी गई है। इंस्पेक्टर नीलम ने आरोप लगाया कि जयभगवान व उसके भाई ने उसके साथ हाथापाई की। ड्राइवर को भी गाड़ी नहीं ले जाने दिया। वह करीब एक घंटा गाड़ी में ही बंधक बनाए रखा। उन्होंने अपने उच्च अधिकारियों को सूचित किया तो बाद में पुलिस ने मौके पर पहुंच कर उनको मुक्त करवाया।