हिसार,
नलवा से विधायक एवं पूर्व राज्यसभा सांसद रणबीर सिंह गंगवा ने कृषि मंत्री ओपी धनखड़ के उन बयानों पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है, जिसमें उन्होंने कहा है कि बीजेपी धोती खंडकों वाले लोगों को हटाकर पंचायत में जींस वाले लोग लेकर आई है। विधायक गंगवा ने कहा कि बीजेपी के नेता सत्ता के नशे में होकर इस तरह की उल जुलूल बयानबाजी कर रहे हैं।
धोती खंडका हमारी सांस्कृतिक धरोहर है और इनको पहनने वाले आज भी ऐसे मामलों को सुलझाने का दम रखते हैं, जिन्हें शासन प्रशासन नहीं सुलझा सकता। विधायक गंगवा 22 जून को एसवाईएल को लेकर नई अनाज मंडी में किए जाने वाले जेल भरो आंदोलन को लेकर आजाद नगर गीता कॉलोनी में वार्डवासियों से रूबरू हो रहे थे।
विधायक गंगवा ने कहा कि सरकार सत्ता के नशे में अपने वादों को पूरा तो कर नहीं रही, बल्कि उलजुलूल बयानबाजी करते हुए हरियाणवी संस्कृति का मजाक बना रही है। उन्होंने कहा कि धोती खंडका वाले लोग स्वाभिमानी लोग हैं और आने वाले समय मे ये धोती खंडके वाले लोग ही बीजेपी को सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाएंगे। विधायक रणबीर गंगवा ने कहा कि आज बीजेपी बड़े बड़े वादे करके सरकार में आई थी, लेकिन आज हालात बद से भी बदतर हो गए है। विशेष तौर पर आज आउटर कॉलोनियों की हालत गांव से भी बदतर है।
विधायक गंगवा ने कहा कि पिछली सरकार में जो कॉलोनी नगर निगम के अंदर आ गयी थी, आज वहां के नागरिक प्रॉपर्टी टैक्स व हाउस टैक्स भरने के बावजूद सुविधाओं से महरूम है। यहां पर लोगों को पानी, बिजली व सीवरेज जैसी मूलभूत सुविधाओं भी नही मिल रही। हालात यह है कि आउटर कॉलोनी के लोग पानी के टैंकर मंगा कर पानी पी रहे है।
उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में कांग्रेस के स्थानीय विधायक ने सरकार में होने के बावजूद नौकरी लगवाने ओर ट्रांसफर करवाने जैसे कामों के लिए पैसे लेकर अपनी जेब भरने का काम किया। उन्होंने जनता के दुख दर्द की कोई परवाह नहीं की। यही कारण रहा कि विधानसभा चुनावों में हलके की जनता ने उन्हें बिलकुल नकार दिया और भारी जोड़ तोड़ के बावजूद केवल अपनी जमानत ही बचा पाया। आज वही नेता अपनी जमीन तलाशने के लिए लोगांे को बरगलाने का काम कर रहे हैं।
विधायक गंगवा ने कहा कि बीजेपी सरकार भी आम जनता को कभी जात-पात के नाम पर तो कहीं पर धर्म के नाम पर आपस में लड़वाने का काम कर रही है। लोकसभा व विधानसभा चुनावों के दौरान बीजेपी ने बेरोजगारों को रोजगार, बेरोजगारी भत्ता, स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने, बुढ़ापा पेंशन 2000 रुपए करने जैसे कई वादे किए, आज बीजेपी के ही नेता कह रहे हैं कि वे वादे तो सिर्फ चुनावी जुमले थे।
विधायक गंगवा ने कहा कि एसवाईएल हरियाणा की जीवन रेखा है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी हरियाणा को उसके हक का पानी नहीं मिल रहा। केंद्र और हरियाणा में बीजेपी सरकार होने के बावजूद सरकार हरियाणा के हक का पानी दिलाने में नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि किसानों को दो सप्ताह पानी देने का झूठा वादा करके उनको धरने से उठाया, लेकिन आज तक किसानों को पानी नही दिया गया।
विधायक गंगवा ने कहा कि एसवाईएल को लेकर इनेलो आम लोगों के साथ है और आम लोगों के लिए कोई भी बड़ा आंदोलन करने से पीछे नहीं हटेगी। उन्होंने उपस्थित लोगों से आह्वान किया कि वे 22 जून को नई अनाज मंडी में ज्यादा से ज्यादा संख्या में पहुंचकर इनेलो के जेल भरो आदोलन को सफल बनाएं ताकि सरकार पर दबाव बनाया जा सके। कॉलोनीवासियों ने विधायक गंगवा को विश्वास दिलाया कि 22 जून को महिलाओं के साथ भारी संख्या में जेल भरो आंदोलन में हिस्सा लेंगे।
इस मौके पर चत्तर सिंह स्याहड़वा, सतबीर वर्मा, हलका प्रधान सतपाल सरपंच, बीएसपी हलका प्रधान रघुबीर चौहान, बीएसपी हलका महासचिव राजेश राठी, हरफूल खान भट्टी, युवा हलका प्रधान प्रवीण ढांडा, सोमबीर श्योरण, कृष्ण गोदारा, राममेहर सहारण, सत्यवान पांनु, छोटू प्रधान, बिमला लांबा, लीला चौटाला, वजीर नैन, रामधारी सिंह, जगदीश चौपड़ा, सतबीर सहारन, तुलसी चौटाला, हनुमान सिंह, राजू गोदारा, प्रदीप रानोलिया, अमित पूनिया और राकेश कुमार सहित भारी संख्या में वार्ड वासी मौजूद थे।