आदमपुर (अग्रवाल)
आदमपुर के एक निजी अस्पताल में हिरणिया के ऑप्रेशन के बाद गांव ढांड निवासी सीताराम के डेढ़ साल के लडक़े दीपांशु की उपचार के दौरान मौत हो गई। गुस्साए परिजनों ने चिकित्सक पर उपचार के दौरान लापरवाही बरतने के आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग को लेकर आदमपुर थाने में नारेबाजी की। बाद में मौके पर पहुंचे नायब तहसीलदार ललित जाखड़ और थाना प्रभारी सुनील कुमार द्वारा कार्रवाई करने के आश्वासन के बाद परिजनों का गुस्सा शांत हुआ।
मृतक के दादा गांव ढांड निवासी सूरजभान बताया कि लडक़े सीताराम के 3 साल की लडक़ी सिमरन औैर डेढ़ साल का लडक़ा दीपांशु है। 13 जून को दीपांशु को दिखाने के लिए परिजन आदमपुर के निजी अस्पताल में लेकर आए थे। परिजनों के अनुसार 11 से 1 बजे के बीच चिकित्सक ने आप्रेशन कर दिया। इसके बाद हालत बिगडऩे पर उनको बिना बताए ही हिसार के निजी अस्पताल में ले गए। अगले दिन चिकित्सकों ने बच्चे के ठीक होने की बात कहीं। शुक्रवार को चिकित्सकों ने कहा कि बच्चे को बड़े वैंटिलेटर पर रखना पड़ेगा।
जिसके बाद वे अन्य अस्पताल लेकर गए जहां चिकित्सक ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। इसके बाद दोपहर को मामला पुलिस तक पहुंचने के बाद भी कोई कार्रवाई नही की गई। शनिवार को कोई कार्रवाई न होती देख परिजनों ने हिसार नागरिक अस्पताल के डैड हाऊस में रखे बच्चे के शव को लेने से इंकार करते हुए आदमपुर थाने पहुंच गए। यहां नागरमल वर्मा, लालचंद, पाल सिंह, चरण सिंह, शंकर, दाताराम, मांगेराम, रिछपाल, बलवंत, रामभगत, राजपति, कविता, संतोष, सुमन, राजबाला आदि ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की।
नायब तहसीलदार ललित जाखड़ और थाना प्रभारी सुनील कुमार ने परिजनों को आश्वासन दिलाया की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद आगामी कार्रवाई की जाएगी लेकिन परिजनों ने तुंरत कार्रवाई की मांग करते हुए केस दर्ज करने की मांग की। सामाचार लिखे जाने तक पुलिस और मृतक बच्चे के परिजनों के बीच वार्ता जारी थी।