आदमपुर,
थानेदार ही चोर हो तो चोरों से निजात कैसे मिलेगी?? और यदि चोर थानेदार और उसके परिवार को चोरी से रोका जाए और बदले में वो रोकने वालों को दौड़ा—दौड़ाकर पीटे तो इंसाफ कौन करेगा??
गांव सदलपुर में बिजली चोरी पकडऩे गई टीम पर रविवार को थानेदार व उसके परिजनों ने हमला कर दिया और निगम के कर्मचारियों के साथ मारपीट करते हुए सरकारी ड्यूटी में बाधा डाली। इस बीच कर्मचारियों ने मौके से भागकर अपनी जान बचाई। आदमपुर पुलिस ने आरोपी रुलीराम व अन्य के खिलाफ मारपीट, सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाने व जान से मारने की धमकी देने पर केस दर्ज किया है। दोपहर को अधिकारियों को सूचना मिली थी कि गांव सदलपुर में बिजली की चोरी की जा रही है। बिजली निगम के एएफएम मुनीरदीन, लाइनमैन जोगेंद्र, एएलएम हवासिंह व नरसीदास के साथ गांव में छापामारी के लिए गए थे। छापामार टीम ने जब गांव निवासी थानेदार जो सिरसा जिले में तैनात है के घर दबिश दी तो वहां से बिजली चोरी का मामला सामने आया। आरोप है कि रुलीराम ने अन्य परिजनों के साथ मिलकर कर्मचारियों पर हमला कर दिया। उन्होंने कर्मचारियों से मारपीट करते हुए सरकारी ड्यूटी में बाधा डाली। बाद में सभी घायलों को आदमपुर के नागरिक अस्पताल में दाखिल करवाया गया। घायल कर्मियों ने बताया कि आरोपियों ने मारपीट करने के बाद उन्हें धमकी दी कि यदि दोबारा गांव में आए तो उन्हें गोली मार देंगे।
ज्वाइंट एक्शन कमेटी ने की निंदा
ज्वांइट एक्शन कमेटी के प्रधान दीनदयाल शर्मा और राजेंद्र सिंह ने घटना की कड़ी निंदा की है। उन्होंने कहा कि एक तरफ निगम का दबाव बिजली चोर पकडऩा है वहीं कर्मियों के साथ सरकारी कर्मी ही मारपीट कर रहे है।