हिसार,
सेक्टर 16-17 एवं 13 पार्ट-2 के प्रधान जितेन्द्र श्योराण ने आरोप लगाया है कि सेक्टरों में आई भारी भरकम इन्हासमेंट की दोबारा गणना करवाने की मांग पर विधायक डा. कमल गुप्ता के आवास के समक्ष आमरण अनशन के लिए गए सेक्टरवासियों को प्रशासन ने अनशन शुरू नहीं करने दिया। भारी पुलिस तैनात करके मलिक चौक को पुलिस छावनी बना दिया गया, वहीं टेंट वालों को धमकाकर भगा दिया गया और पुलिस-प्रशासन ने सेक्टरवासियों के साथ अपराधियों जैसा बर्ताव किया जो निंदनीय है।
जितेन्द्र श्योराण ने कहा कि सेक्टरवासी लंबे समय से हुडा कार्यालय में आंदोलन करके दोबारा गणना की मांग कर रहे थे लेकिन उनकी मांग को जब लगातार अनसुना किया गया तो उन्हें विधायक आवास के समक्ष आमरण अनशन शुरू करने का निर्णय लेना पड़ा। उन्होंने कहा कि पुलिस ने टेंट लगाने वालों को धमकाकर भगा दिया और प्रशासन ने शहर के सभी टेंट वालों को यह कहकर धमकी दे डाली कि कोई भी सेक्टरवासियों को टेंट उपलब्ध नहीं करवाएगा। उन्होंने कहा कि विधायक, जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन को यह बात ध्यान होनी चाहिए कि आंदोलन करने वाले भी शहर के ही नागरिक है और वे पिछले लंबे समय से शांतिपूर्ण ढंग से आंदोलन चला रहे हैं। यदि उनकी बात को समय रहते मान लिया होता तो यह नौबत नहीं आती लेकिन प्रशासन ने समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया। प्रशासन व पुलिस के रवैये से नाराज सेक्टरवासियों ने विधायक गुप्ता के आवास से कुछ दूरी पर जाकर जोरदार नारेबाजी शुरू कर दी और कुछ देर बाद सेक्टर की महिलाएं विधायक के आवास के आगे आकर नारेबाजी करने लगी।
प्रधान ने बताया कि बाद में काफी तनावपूर्ण माहौल में हुडा प्रशासक दिनेश कुमार ने मौके पर पहुंचकर सेक्टरवासियों को आज का कार्यक्रम स्थगित करने तथा मुख्य प्रशासक से कल बात करवाने का न्यौता दिया, जिस पर उन्होंने सेक्टरवासियों व गणना कमेटी के सदस्यों से विचार-विमर्श किया। उन्होंने कहा कि मौके पर ही हुडा प्रशासक ने हुडा के मुख्य प्रशासक से बात करके वीरवार को बातचीत का समय तय करवाया, जिस पर सेक्टरवासियों ने बातचीत होने तक आमरण अनशन का कार्यक्रम स्थगित कर दिया। उन्होंने कहा कि वे गणना कमेटी के सदस्यों के साथ वीरवार को बातचीत के लिए जाएंगे और यदि वहां पर हमारी दोबारा गणना करवाने की बात नहीं मानी जाती है तो शुक्रवार से आमरण अनशन का कार्यक्रम यथावत रहेगा। इस दौरान वीरवार को सभी सेक्टरवासी हुडा कार्यालय में दो घंटे का धरना व क्रमिक अनशन करेंगे। उन्होंने कहा कि सेक्टरवासी इन्हासमेंट की दोबारा गणना करवाने की मांग मनवाकर ही दम लेंगे, चाहे इसके लिए उन्हें कितना भी बड़ा संघर्ष क्यों न करना पड़े।
इस दौरान उपरोक्त के अलावा मुख्य रूप से सेक्टर 16-17 के उप प्रधान कृष्ण संधू, सह सचिव मुलखराज मेहता, खजांची भूप सिंह, सेक्टर 9-11 से प्रधान प्रवीण जैन, सचिव डीबी गुप्ता, सुभाष जैन, अर्बन एस्टेट से प्रधान रामनिवास गोयल, सेक्टर 14 से प्रधान अजय जिंदल, सचिव संदेश शर्मा, सेक्टर 13 से प्रधान अमरलाल बूरा, सेक्टर 3-5 से प्रधान कर्नल चंद्र रेड्डू, एनएसयूआई के पूर्व प्रधान कमल बिसला, सुजान सिंह बेनीवाल, बीएस कुंडू, एमएस नैन, एमएस पूनिया, सुबे सिंह लाठर, चंद्र कटारिया, ओपी चावला, राजेंद्र चौहान, करतार श्योराण, मनविंदर शेट्टी, आरके गोयल, घनश्याम गोयल, आरपी सोनी, डॉ. सुरेश चोपड़ा, रानो ठकराल, उर्मिला दहिया, पूनम ग्रेवाल, राजेश्वरी श्योराण, सुमन मलिक, गुडिय़ा सांगवान, माया झाझडिय़ा, भानी देवी, भतेरी देवी, मुकेश दहिया, सुमन शर्मा, रीना सिहाग, विजय रानी, कृष्णा देवी, सावित्री चहल, विमला ग्रेवाल, भागवंती गोहानी, किरण लोहान, माया दलाल, चमेली श्योराण, नीतू लोहान, राजबाला मलिक, शशि मदान, गीता, रेखा छपरा, रीतू बेनीवाल, शबनम, श्रद्धा चहल, मीनू कटारिया सहित सैंकड़ों सेक्टरवासी मौजूद रहे।