समिति ने निगम प्रशासन से गायों को गौशाला को गोद देने की मांग रखी
हिसार,
निकटवर्ती गांव तलवंडी राणा में स्थित श्री शालीग्राम गौधाम गौशाला समिति ने निगम प्रशासन से बेसहारा व बिना दूध की गौमाताओं को गोद लेने की मांग रखी है। श्री शालीग्राम गौधाम गौशाला समिति के प्रधान मोहित गुप्ता ने एक प्रेस वार्ता में बताया कि समिति सदस्यों की बैठक में लिए निर्णय अनुसार असली सेवा बेहसहारा, घायल व बिना दूध वाली गौमाता की है जिनकी सेवा करना विशेष फलदायी है। इसलिए गौशाला ने निगम प्रशासन से ऐसी 101 गौमाताओं को गोद लेने की बात रखी है।
प्रधान मोहित गुप्ता ने कहा कि बेहसहारा गौमाता की एक बड़ी समस्या है। इस समस्या को खत्म करने के लिए हम सबको योगदान करना होगा। जिले में जितनी भी गौशालाआएं हैं सभी कुछ न कुछ गौमाता को गोद लें तो काफी हद तक इस समस्या का समाधान हो जाएगा। गुप्ता ने बताया कि इस समय श्री शालीग्राम गौधाम गौशाला में 555 बेसहारा व बिना दूध वाली गाय व नंदी हैं जिनकी सेवा समिति सदसय अपने-अपने समय अनुसार सेवाएं देकर करते हैं। इसके अलावा सप्ताह में एक बार सभी सदस्य गौशाला में पहुंच कर नि:स्वार्थ भाव से गौमाता की सेवा करते हैं। गौशाला में गायों को प्रतिदिन दलिया, गुड़, हरा चारा इत्यादि खिलाया जाता है और गायों की देखभाल के लिए पर्याप्त संख्या में स्टाफ भी रखा गया है। उन्होंने बताया कि शास्त्रों में भी वर्णित है कि गौमाता की सेवा करने से स्वयं भगवान प्रसन्न होते हैं क्योंकि गौमाता में अनेक देवी देवताओं का वास होता है। इसलिए हमें जब भी मौका मिले गौमाता की सेवा अवश्य करनी चाहिए। मोहित गुप्ता ने कहा कि गाय को हिन्दू धर्म में माता का दर्जा दिया गया है लेकिन आज वह सबसे दयनीय हालत में है। गौमाता को उसका खोया सम्मान दिलाने के लिए सभी को गंभीर प्रयास करने की जरूरत है। श्री शालीग्राम गौधाम गौशाला का उद्देश्य हर हाल में गौमाता की सेवा का है फिर चाहे वह घायल हो, बेसहारा हो या दूध नहीं देेने वाली हो। इस अवसर पर मोहित गुप्ता प्रधान, संजय डालमिया, विजय गर्ग सहित अनेक सदस्य उपस्थित रहे।