हिसार।
व्यापारी प्रतिनिधियों बैठक अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महासचिव व हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग दास गर्ग की अध्यक्षता में सेक्टर 14 में हुई। उन्होंने व्यापारी प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए कहा कि अभी तक देश में लगभग सभी कपड़ा व्यापारी व अन्य ट्रेड के काफी प्रतिशत व्यापारियों ने अभी तक जीएसटी नंबर तक नहीं लिया हैं, जबकि व्यापारी तैयार नहीं, मंत्रियों को जीएसटी तक कि जानकारी नहीं और केंद्र सरकार ने जीएसटी नंबर लेने के लिए तीन महीनें की तारीख आगे बढ़ाने की घोषणा कर दी है, जब व्यापारियों पर जीएसटी नम्बर नहीं व सरकार ने तीन महीने का नंबर लेने के लिए समय बढ़ाया है तो ऐसे मे 1 जुलाई से जीएसटी लागू करना उचित नहीं हैं। मगर केंद्र सरकार आधी रात को जश्न बनाकर जीएसटी लागू कर रही है व कहा जा रहा है कि व्यापारियों को आर्थिक आजादी दिलाई जाएगी। उन्होंने कहा कि यह जीएसटी लागू करके केंद्र सरकार व्यापारियों के पैरों में गुलामी की जंजीर डाल रही हैं। उन्होंने कहा कि जीएसटी टैक्स प्रणाली से देश का छोटा व मध्यम हर प्रकार का व्यापारी उलझ कर रह जाएगा। जीएसटी टैक्स प्रणाली में व्यापारियों को एक साल में 37 रिटर्न अलग-अलग आईटम वाईज भरने का कानून बनाया है। व्यापारियों से जीएसटी के तहत टैक्स देने में देरी करने पर सजा व उन की प्रोपर्टी जब्त करने का कानून बनाया गया हैं। रिटर्न में कोई गलती रह जाए तो जीएसटी में रिवाईज रिटर्न ना भरने का कानून बनाया है। यहां तक काफी टैक्स फ्री वस्तुओं पर टेक्स लगाया गया है और आम उपयोग में आने वाली वस्तुओं पर विश्व के अन्य देशों के मुकबाले बहुत ज्यादा टैक्स लगाया गया है जब कि पैट्रोल व डीजल आम जनता की जरूरत है उस पर वेटकर व एक्साइज ड्यूटी ज्यादा होने के कारण उसे जीएसटी प्रणाली से बाहर रखा है जो सरासर गलत हैं। इस मौके पर व्यापर मंडल प्रदेश महासचिव भीमसेन बवेजा, सरंक्षक पवन गर्ग, प्रदेश सचिव जगदीश तायल, अनाज मंडी सविप संदीप बिंदल, प्रदेश संगठन मंत्री राजेन्द्र बंसल, अनाज मंडी मंदिर प्रधान अशोक गुप्ता, हरियाणा अग्रवाल संगठन के महसचिव सतप्रकाश आर्य, युवा प्रधान अमन शर्मा आदि व्यापारी प्रतिनिधी ने अपने विचार रखे।
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