आदमपुर (अग्रवाल)
आदमपुर खंड के सरकारी स्कूलों की छठी कक्षा की अद्र्धवार्षिक परीक्षा के दौरान संस्कृत विषय के पेपर में 16 अंकों के प्रश्न बाहर से आने पर विद्यार्थियों में रोष बना है। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद हरियाणा, गुरुग्राम द्वारा इस समय प्रदेश के सभी सरकारी स्कूलों में अद्र्धवार्षिक परीक्षाएं ली जा रही है। मंगलवार को छठी कक्षा का संस्कृत विषय का 40 अंकों का पेपर था। परीक्षार्थियों का कहना है कि कुल 40 अंकों में से 16 अंकों के प्रश्न पाठ्यक्रम से बाहर थे।
40 फीसदी प्रश्न बाहर से आने पर पेपर देते समय इन विद्यार्थियों के साथ शिक्षक भी असमंजस में पड़ गए। गौरतलब है कि इन प्रश्न पत्रों का निर्माण एससीईआरटी हरियाणा गुरुग्राम द्वारा विषय विशेषज्ञों के सहयोग से किया जाता है। एक तरफ तो इन्ही विद्यार्थियों की परीक्षा लेने की विशेष प्रकिया में शिक्षकों की ड्यूटी एक स्कूल से दूसरे स्कूलों में लगाई जाती है ताकि परीक्षा में पारदर्शिता आ सके। वहीं दूसरी तरफ डेटशीट के अनुसार प्रश्न पत्रों का वितरण उसी दिन ब्लॉक स्तर पर किया जाता है। लेकिन प्रश्न पत्रों के निर्माण व प्रकाशन प्रकिया में काफी खर्च करने के बावजूद इस तरह प्रश्न पत्र निर्माण में बाहरी पाठ्यक्रम आने से विभाग की गंभीरता का सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है।
बाद में विभाग ने मानी गलती
प्रश्न पत्र में पाठ्यक्रम बाहरी आने से विभाग ने गलती स्वीकार करते हुए बाद में पत्र जारी किया। एससीईआरटी हरियाणा गुरुग्राम के निदेशक द्वारा प्रदेश के सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को जारी पत्र में बताया गया कि कक्षा छठी के संस्कृत विषय के प्रश्न पत्र में प्रश्न संख्या 19, 20, 21 व 22 पाठ्यक्रम से बाहर है। बच्चों के हित को देखते हुए इन्हें अंकों का अधिभार (वैटेज) दिया जाए। वैटेज मिलने का पता लगते ही विद्यार्थियों ने राहत की सांस ली।