आदमपुर (अग्रवाल)
वैसे तो सभी की शादी यादगार होती है। मगर शादी की रस्मों के दौरान ही कई बार ऐसा संदेश दिया जाता है कि जिससे शादी खास हो जाती है और हर कोई उसकी चर्चा करता दिख जाता है। ऐसी ही एक शादी गांव चूली खुर्द निवासी छोटूराम खोखर व संतोष के बेटे बलेंद्र शास्त्री ने की है। बलेंद्र और उनके परिवारजनों ने कोई बड़ा दान-दहेज लेने की बजाए रस्म अदायगी के तौर पर महज एक रुपया व नारियल स्वीकार किया और बिना किसी पंडित, बैंडबाजे या डी.जे. के सादगीपूर्ण तरीके से दुल्हन को अपने घर ले आए। बलेंद्र शास्त्री की गांव खैरमपुर निवासी जेलदार उर्फ भजनलाल की बेटी कांता से की है। उनकी शादी गांव में गत रात्रि को संपन्न हुई।
एम.ए. पास बलेंद्र की पत्नी कांता जी.एन.एम. के बाद ग्रेज्युशन कर रही है। गत शाम को गांव चूली खुर्द से चुनिंदा लोग बारात में पहुंचे थे। गांव में भी कोई दिखावा नहीं किया गया और बेहद सादगी से बारात रवाना हुई। न कोई बैंडबाजा था और न ही कोई डी.जे. का धमाकेदार म्यूजिक सिस्टम। शादी में शरीक मेहमानों से कोई भी भात, उपहार या नेग भी नही लिया गया। दुल्हे के बड़े भाई एवं पंचायत समिति सदस्य सतपाल चूलियन ने बताया कि सगाई के दौरान ही वर पक्ष की ओर से दहेज न लेने व न देने की बात तय कर दी गई थी। इसके बाद एक रुपया व नारियल के साथ शादी सम्पन्न हुई। जब चहुंओर इस शादी की चर्चा होने लगी तो हर किसी से मुंह से यही निकला कि छा गए दूल्हा और दुल्हन। इस दौरान दूल्हा के चाचा टेकचंद, बहन पुष्पा, बहनोई बलवंत, रामनिवास आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे। जिन्होंने दूल्हा-दुल्हन को आशीर्वाद दिया और उनके सुखद जीवन का मंगलकामना की।
सोशल मीडिया पर छाई शादी
सतपाल चूलियन ने बताया कि जब उन्होंने बिना दहेज के शादी की पोस्ट सोशल मीडिया पर डाली तो हजारों लोगों ने पसंद की शेयर किया। इस शादी की सोशल मीडिया पर भी काफी चर्चा है और सराहना की जा रही है।