हिसार,
गांव बधावड़ की पंचायत द्वारा करवाए गए कार्यों को लेकर सूचना के अधिकार कानून के तहत खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी से मांगी गई जानकारी को लेकर अधिकारी द्वारा खुली लापरवाही बरतने का मामला सामने आया है। इसको लेकर अब इसकी प्रथम अपील अधिकारी को आरटीआई लगाई गई है।
मामले के अनुसार गांव बधावड़ निवासी राकेश कुमार ने गांव की वर्तमान पंचायत द्वारा करवाए गए विकास कार्यों व उन पर खर्च की गई राशि का ब्यौरा देने को लेकर खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी बरवाला से सूचना के अधिकार कानून के तहत 6 सितंबर 2018 को जानकारी मांगी थी। राकेश कुमार ने बताया कि पहले तो उसको सूचना देने में टालमटोल किया गया और उसके बाद सूचना देने के लिए 1524 रुपए की राशि जमा करवाने के किए कहा गया। उसने यह राशि भी जमा करवा दी।
इसके बाद अधिकारी द्वारा सूचना के अधिकार कानून का मजाक उड़ाते हुए वर्तमान पंचायत द्वारा करवाए गए विकास कार्यों का ब्यौरा देने की बजाय पुरानी पंचायत द्वारा करवाए गए विकास कार्यों की जानकारी दे दी।
उन्होंने बताया कि उनको जानकारी मिली थी कि गांव में विकास कार्य करवाने में काफी भ्रष्टाचार हुआ है। इसलिए उन्होंने सूचना के अधिकार कानून के तहत विकास कार्यों व उन पर खर्च की गई राशि का ब्यौरा देने की मांग की थी, लेकिन अधिकारी ने उनको यह सूचना नहीं दी और पुराने विकास कार्यों का ब्यौरा देकर गुमराह करने का प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि इससे साबित होता है कि विकास कार्य करवाने में भ्रष्टाचार हुआ है, जिसकी पोल खुलने का अधिकारी को डर सता रहा है। उन्होंने कहा कि अब उन्होंने इसको लेकर प्रथम अपील अधिकारी को आवेदन देकर सूचना मांगी है। प्रथम अपील अधिकारी से सूचना मिलने के बाद वो विकास कार्यों में किए गए भ्रष्टाचार की शिकायत मुख्यमंत्री व विजिलेंस को देंगे और भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ कार्यवाही करवा कर ही दम लेंगे।