फतेहाबाद

कोर्ट से लिया नास्तिक कहलाने का हक

टोहाना (नवल सिंह)
टोहाना के शहीद चौक निवासी रवि ने कोर्ट के जरिए नास्तिक होने का हक हासिल किया है। रवि ने कोर्ट को बताया कि वह किसी धर्म और जाति से संबंध नहीं रखता। ऐसे में उसे नास्तिक होने का कानूनन हक दिया जाए।
रवि का कहना है कि वह देश में धर्म, जाति—बिरादरी की समस्या से त्रस्त था। इनसे मानवता को आपस में बांटकर दिया है। इसके चलते उसने कोर्ट के माध्यम से नास्तिक कहलवाने का हक हासिल किया है। इस पूरी कार्रवाई में करीब 1 साल का समय लगा।
रवि नास्तिक के वकील राजकुमार सैनी ने बताया कि बताया कि उसने 2017 में टोहाना कोर्ट में एक दावा पेश किया था कि वह अपने नाम के पीछे किसी जाति धर्म को नहीं लिखना चाहता। इसका संज्ञान लेते हुए टोहाना कोर्ट ने 2018 में रवि के यह हक दे दिया कि वह अपने नाम के पीछे नास्तिक लिख सकता है।
रवि ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि मैं धर्म-जाति के बन्धनों से पहले से ही मुक्त महसूस करता था। लेकिन अदालत से हक मिलने के बाद उसी खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। आज वो अपने -आप को स्वतन्त्र महसूस कर रहा है। रवि शहीद भगत सिंह व सविधान निर्माता अंबेडकर से खुद को प्रभावित मानता है।

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