हिसार,
हरियाणा पुलिस द्वारा चलाए जा रहे ऑप्रेशन स्माइल अभियान के तहत राजस्थान के गंगानगर के रहने वाले चार बच्चों को उनके परिजनों से मिलवाकर इंसानियत की मिसाल पेश की। पुलिस के इस कार्य की चहुंओर प्रशंसा हो रही है।
पुलिस प्रवक्ता हरीश भारद्वाज ने बताया कि सतलोक आश्रम के संचालक रामपाल की पेशी के चलते पुलिस हिसार के बस अड्डे पर सुरक्षा प्रबंध जांच रही थी। बस अड्डा चौकी प्रभारी उपनिरीक्षक चांदीराम व उनकी टीम जब दिल्ली से आने वाली बस की चेकिंग कर रही थी तो चौकी प्रभारी चांदीराम को परिचालक ने बताया कि यह चार बच्चे दिल्ली से हिसार आए है जो लावारिस है और इनके पास पैसे नहीं है। चौकी प्रभारी ने चारों बच्चों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि वे सभी गंगानगर के रहने वाले हैं और घर से नाराज होकर घरवालों को बिना बताए गंगानगर से सूरतगढ़, सूरतगढ़ से दिल्ली व दिल्ली से हिसार पहुंचे हैं।
पूछताछ पर गंगानगर रहने वाले बच्चों में आदित्य पुत्र पूर्णराम, सुभाष पुत्र मनीराम कृष पुत्र छोटा राम व लक्की पुत्र मूलाराम बताया। तब चौकी प्रभारी ने उनके परिजनों के मोबाइल नंबर तथा थाना शहर गंगानगर से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि इन बच्चों की गुमशुदगी बारे थाना शहर गंगानगर में मुकदमा दर्ज है। इस संबंध में परिजनों से संपर्क स्थापित किया गया जो फोन सुनते ही परिजन हिसार के लिए निकल पड़े। हिसार पुलिस ने इन बच्चों को न केवल कंबल व रहने का स्थान दिया गया तथा उन्हें जलपान व नाश्ता करवाया। हिसार पुलिस द्वारा की गई इंसानियत की मिसाल की चहुंओर सराहना हो रही है। पुलिस प्रवक्ता के अनुसार चारों बच्चे सम्पन्न परिवारों के हैं और आदित्य के पिता नामी वकील है। उन्होंने बताया कि आदित्य नौंवी, सुभाष दस जमा दो, कृष छठी व लक्की सातवीं कक्षा में पढ़ता है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि ऑपरेशन स्माइल जो हरियाणा पुलिस द्वारा इस माह से चलाया जा रहा है। इसके तहत आज 4 मासूम बच्चों को उनके परिजनों से मिलवाया गया है। उन्होंने बताया कि हरियाणा पुलिस का ऑपरेशन स्माइल एक ऐसा अभियान है जो मासूम बिछड़े बच्चों को मिलाने में अभूतपूर्व कार्य कर रहा है। इससे पूर्व भी हिसार पुलिस द्वारा ऑपरेशन स्माइल के तहत कई बिछड़े बच्चों को परिजनों से मिलवाया है।