गुरुग्राम
गुरुग्राम रैपिड मेट्रो का संचालन अब दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) करने वाली है। इस संबंध में DMRC और हरियाणा सरकार के बीच बातचीत फाइनल हो चुकी है। जानकारी के मुताबिक, 5 फरवरी से डीएमआरसी गुरुग्राम रैपिड मेट्रो का ऑपरेशन अपने हाथों में ले लेगी। फिलहाल किराए और टाइमिंग को लेकर किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा। साथ ही वर्तमान के किसी स्टॉफ की छंटनी भी नहीं होगी।
रैपिड मेट्रो गुरुग्राम के सेक्टर 55-56 से फेज-2 के बीच चलती है। 12 किलोमीटर के इस कॉरिडोर पर 11 स्टेशन बने हुए हैं। सिकंदरपुर इंटरचेंज स्टेशन है जो येलो लाइन को रैपिड मेट्रो से जोड़ती है। कल से इसका पूरा ऑपरेशन DMRC की हाथों में आ जाएगी। खट्टर सरकार ने इसे PPP (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल पर बनाया था।
गुरुग्राम रैपिड मेट्रो IL&FS ट्रांसपोर्टेशन नेटवर्क लिमिटेड (ITNL) के अधीन है। ITNL कंपनी IL&FS जो दिवालिया हो चुकी है, उस ग्रुप की सहायक कंपनी है। ऐसे में हरियाणा सरकार ने बेहतर संचालन के लिए इसे दिल्ली मेट्रो को सौंपने का फैसला किया। जानकारी के मुताबिक, DMRC पांच सालों तक संचालन देखेगी। ऐसी भी खबर है कि IL&FS के दिवालिया हो जाने के बाद शहरी विकास मंत्रालय ने डीएमआरसी से कहा कि वह रैपिड मेट्रो के संचालन को अपने नियंत्रण में ले।