हिसार,
अग्रसैन कालोनी निवासी आरटीआई एक्टिविस्ट रविंद्र कुमार ने सी.एम. विंडो को सफेद हाथी बताते हुए कहा कि सी.एम. विंडो पर शिकायतों के समाधान की बजाय अधिकारियों की दिलचस्पी उन्हें बंद करने में होती है फिर चाहे उससे शिकायतकर्ता संतुष्ट हो या ना हो। उन्होंने बताया कि उन्होंने मटका चौक, क्रांतिमान पार्क के पास व पी.एल.ए. में अतिक्रमण से संबंधित शिकायत नगर निगम, हुड्डा विभाग व सी.एम. विंडो में दी थी जिस पर हुड्डा विभाग ने इसे नगर निगम का मामला बताते हुए अपना पल्ला झाड़ लिया था। वहीं सी.एम. विंडो पर चल रही उनकी शिकायत पर अतिक्रमण हटाने संबंधी झूठे तथा किसी अन्य स्थान के फोटो भेजकर निगम के अधिकारी/कर्मचारी शिकायत को बंद करवाकर अधिकारियों ने अपनी जिम्मेवारी से पल्ला झाड़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि अब वे सी.एम. को शिकायत भेजकर जिम्मेवार अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग करेंगे।
रविन्द्र कुमार ने बताया कि वे लंबे समय से अतिक्रमण के खिलाफ शिकायतें दे रहे हैं लेकिन प्रशासन की टरकाऊ व ढुलमुल कार्यप्रणाली के चलते उन पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है। रविन्द्र ने बताया कि पी.एल.ए. मार्केट में अतिक्रमण का आलम यह हो चुका है अब लोगों ने वहां ग्रीन बैल्ट की ग्रीनरी व पेड़ों को काटकर अपनी स्थायी जगह तक बना ली है। फ्री की जगह देखकर यहां दुकानदारों ने अपनी स्टॉल व रेहडिय़ां लगानी शुरू कर दी है। यहां बेतहाशा बढ़ चुकी स्टॉल व रेहडिय़ों का सबसे बड़ा कारण निगम प्रशासन की ढुलमुल कार्यवाही है जो कि शहर में अतिक्रमण व अवैध कब्जों को लेकर जरा भी गंभीर नहीं है। उन्होंने सबूतों के साथ पी.एल.ए. मार्केट के अतिक्रमण की शिकायत की थी लेकिन निगम भी केवल इस मामले में खानापूर्ति का काम कर रहा है जिससे अतिक्रमण करने वालों के हौंसले दिन-प्रतिदिन बढ़ते जा रहे हैं और जगह-जगह आम रास्तों को रोककर रेहडिय़ों, स्टॉल व फड़ इत्यादि लगाई जा रही हैं। पी.एल.ए. में शाम के समय तो वहां से गुजरना ही मुहाल हो जाता है। वहीं अपनी रेहडिय़ों के लिए ग्रीन बैल्ट की ग्रीनरी व पेड़ों को काटकर जगह बना ली गई है। वहीं क्रांतिमान पार्क के सामने मटका चौक पर भी स्थिति ऐसी है कि वहां पार्क में जाने तक के लिए लोगों के लिए जगह नहीं छोड़ी गई है और लोगों ने पार्क के गेट के सामने ही अतिक्रमण कर रखा है लेकिन निगम प्रशासन हाथ पर हाथ धरे बैठे सब देख रहा है और इस पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही।
रविन्द्र कुमार ने कहा कि अब वे इस संबंध में मुख्यमंत्री को एक शिकायत भेजकर सी.एम. विंडो पर उनकी शिकायतों की स्थिति से अवगत करवाएंगे और इसके लिए जिम्मेवार अधिकारियों पर कार्यवाही की मांग करेंगे।