आदमपुर (अग्रवाल)
लेडिज मार्केट में लूट का मामला सामने आने से आक्रोशित लोगों ने बाजार बंद कर दिया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। लोगों का आरोप है कि पिछले एक माह में आदमपुर क्षेत्र में 20 से अधिक चोरियां हो चुकी है लेकिन पुलिस ने आधे से अधिक मामले दर्ज नहीं किए और ना ही किसी वारदात को सुलझा पाई है।
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार सुबह सुरेश अग्रवाल के घर पर एक नकाबपोश युवक घुसा और घर में मौजूद उसकी पत्नी दर्शना को पिस्तोल के बल पर बंधक बना लिया। नकाबपोश ने महिला से गहने व नगदी की मांग की। महिला द्वारा मना करने पर उसके सिर पर वार किया और अलमारी व घर की तलाशी लेकर महंगा समान ले फरार हो गया। घायल महिला को अस्पताल में दाखिल करवाया गया है। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन उसे लोगों का विरोध का सामना करना पड़ा। लोगों ने पुलिस अधिकारियों को काफी खरी—खोटी सुनाई।
लोकल भाषा वाला था बदमाश
पीड़ित दर्शना ने बताया युवक लोकल भाषा का इस्तेमाल कर रहा था। युवक ने आते ही उसे बालों से पकड़ लिया और कनपटी पर पिस्तोल लगा दी। इसके बाद उससे जान की भीख मांगते हुए सब कुछ देने की बात कही तो युवक ने सिर पर जोर से हाथ मारते हुए उसे एक तरफ खड़ा रहने को बोला और अलमारियों को खोलकर समान निकाल कर ले गया।
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व्यापार मंडल की अपील
लूट की वारदात के बाद व्यापार मंडल ने अनाज मंडी को बंद करने की अपील व्यापारियों से की है। व्यापार मंडल के प्रधान ने कहा कि आज लोग घरों में दिन के उजाले में भी सुरक्षित नहीं है। ऐसे तंत्र पर दवाब बनाने के लिए और अपराधियों पर नकेल कसने के लिए सभी का एकजुट होना जरुरी है। सभी को एकजुट होकर संघर्ष करना होगा, ताकि अपराधी जल्द से जल्द गिरफ्त में आ सके।
नशेड़ियों पर पुलिस नरम
लोगों का मानना है कि आदमपुर में बढ़ रहे अपराधों का मुख्य कारण नशा है। आदमपुर पुलिस नशेड़ियों और तस्करों पर लगाम नहीं कस रही है। इसके चलते यहां पर अपराध बढ़ते जा रहे है। आनाज मंडी में दोनों शेड्स के बीच पूरे दिन शराब, गांजा, स्मैक बिकता रहता है। अंधेरे के समय यहां पर टोली में बैठकर नशा किया जाता है। लेकिन आज तक पुलिस ने इन पर कोई कार्रवाई नहीं की। इसी प्रकार शिव कॉलोनी में एलआईसी कार्यालय के छत्त व उसके साथ लगती सीढ़ियों में भी नशेड़ी जमा रहते है। आदमपुर गांव के चौक पर नशेड़ियों की महफिल सजी रहती है। लोगों का कहना है कि करीब 1 दर्जन से अधिक क्षेत्र नशेड़ियों के चिन्हित होते हुए भी पुलिस प्रशासन द्वारा कार्रवाई न करना अपराध को बढ़ावा दे रहा है।