हिसार,
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ड्रग्स के सेवन से आतंकवादियों के हाथ मजबूत होते हैं। नारकोटिक्स ट्रेड को देशद्रोही व असामाजिक तत्व नियंत्रित करते हैं जो ड्रग्स के व्यापार से मिलने वाले पैसे का प्रयोग हथियार व गोला-बारूद खरीदने में करते हैं। इनका इस्तेमाल हमारे सैनिकों को मारने के लिए किया जाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह बात आज गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय परिसर में आर्ट ऑफ लिविंग संस्था द्वारा आयोजित ड्रग-फ्री इंडिया अभियान कार्यक्रम को टेली-कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित करते हुए कही। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की जबकि आर्ट ऑफ लिविंग के संस्थापक व आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम में अनेक फिल्मी हस्तियों के अलावा 20 हजार से अधिक युवाओं ने भागीदारी की। गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय ने श्री श्री रविशंकर को डॉक्टर ऑफ साइंस की उपाधि देकर सम्मानित किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा ड्रग्स का सेवन करने वाले लोग जाने-अनजाने उन लोगों का साथ दे रहे हैं जो हमारे बहादुर जवानों की हत्या में शामिल हैं। ड्रग्स कारोबारियों के संपर्क विदेशी ताकतों से होते हैं जो देश की युवा शक्ति और आर्थिक मजबूती को खोखला करने का प्रयास करते हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा सीमा पार से नशे के अवैध व्यापार को रोकने और ड्रग्स कारोबार की रीढ़ तोडऩे के लिए नेशनल एक्शन प्लान बनाया गया है जो 2018 में लागू हो चुका है। वर्ष 2025 को ध्यान में रखते हुए ड्रग्स एडिक्शन के विरुद्घ विस्तृत कार्ययोजना बनाई गई है जिसमें लोगों को इसके प्रति जागरूक करने, इसकी रोकथाम, संवेदनशील वर्गों में इसके प्रति विशेष अभियान आदि शामिल है। प्रधानमंत्री ने लोगों से अपील की कि वे ड्रग के शिकार लोगों को अपराधी की तरह न देखते हुए उनके प्रति संवेदनशील रवैया अपनाएं और उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ते हुए इन गुमराह युवाओं को सही रास्ता दिखाएं।
उन्होंने कहा कि समाज में ऐसे गुमराह लोगों को सही रास्ता दिखाने का सामथ्र्य होता है। अन्य बुराइयों की तरह हम नशे की इस बुराई को भी समाज से खत्म करके ही दम लेंगे। इसमें सबसे महत्वपूर्ण कदम आपसी संवाद है। यदि कोई युवा इस बुराई की तरफ कदम बढ़ाता है तो उसके साथ बातचीत करते रहें। एक परिवार के रूप में उसके साथ हमेशा खड़े रहें। तकनीक का प्रयोग इस अभियान में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। आज हमारे पास कई तरह की परामर्श सेवाएं उपलब्ध हैं। जो युवा इस बुराई की दलदल में पड़ चुके हैं वे इन सेवाओं के प्रयोग में शर्मिंदगी महसूस न करें। ऐसे में सामाजिक संस्थाएं व सामुदायिक कल्याण संस्थाएं काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।
उन्होंने आर्ट ऑफ लिविंग फाउंडेशन, विशेषकर श्री श्री रविशंकर के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने इस दिशा में जो प्रयास किए हैं उन्हें समाज के सभी वर्गों का समर्थन मिल रहा है। उन्होंने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट के अनुसार विश्व के लगभग 3 करोड़ लोग ड्रग्स के सेवन से होने वाले डिस्ऑर्डर की चपेट में हैं। उन्होंने बताया कि भारत में 2010 के मुकाबले वर्ष 2015 में ड्रग्स से मरने वालों की संख्या में 60 प्रतिशत की वृद्घि दर्ज की गई है जो बहुत भयावह है। ड्रग्स को स्टाइल स्टेटमेंट समझकर युवा बहुत बड़ी गलती करते हैं। ड्रग्स लेने वाले खुद अपनी जान तो जोखिम में डालते ही हैं साथ ही अपने परिवार और चाहने वालों को भी बहुत बड़ी मुश्किल में डाल देते हैं।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा में नशे के व्यापार व इसकी स्मगलिंग के नेटवर्क को तोडऩे के लिए कानून की सख्ती से अनुपालना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि नशा करवाने वाले लोग देशद्रोही व देशविरोधी हैं, क्योंकि इस धन का प्रयोग आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए हो रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार ने जनवरी 2018 में स्पेशल टास्क फोर्स बनाई है जिसके माध्यम से नशा कारोबारियों व बड़ी मात्रा में मादक पदार्थों को पकड़ा गया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में स्वास्थ्य विभाग के माध्यम से 61 नशा मुक्ति केंद्र खोले गए हैं जिनमें पिछले वर्ष 25 हजार युवाओं को नशे की बीमारी से मुक्ति दिलाई गई है। उन्होंने कहा कि नशा एक ऐसी बीमारी है जिससे ग्रस्त व्यक्ति शारीरिक, मानसिक व आर्थिक परेशानियों में फंस जाता है। प्रदेश में अनेक एनजीओ व स्वयं सेवी संस्थाएं भी इस कार्य में लगी हुई हैं जिनका योगदान सराहनीय है। सरकार व संस्थाओं के प्रयासों के साथ-साथ खुद युवाओं को भी जागना होगा। उनके प्रयत्नों के बिना हम इस बीमारी से निजात नहीं पा सकते हैं। उन्होंने कहा कि हमें शिक्षण संस्थाओं में ऐसा माहौल बनाना होगा कि गलत रास्ते पर चलने वालों को सही रास्ते पर लाने की जिम्मेदारी हर कोई ले सके। उन्होंने आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर द्वारा इस प्रकार के अभियान का आगाज करने की मुक्त कंठ से सराहना की। उन्होंने युवाओं से युवा जागेगा तो नशा भागेगा तथा ड्रग्स करुंगा न करने दूंगा के नारे भी लगवाए।
आर्ट ऑफ लिविंग संस्था के संस्थापक श्री श्री रविशंकर ने कार्यक्रम में पहुंची युवाओं की अपार भीड़ के उत्साह को देखते हुए कहा कि हमें यह जोश बनाए रखना है और इसे बढ़ाना है। उन्होंने कहा कि जो नशा करते हैं उनके चेहरे देखो। यदि नशा करने में जीवन का सुख होता तो मैं भी सबको ऐसा करने की शिक्षा देता लेकिन वास्तव में असली सुख तो जीवन और खुशी में होता है। उन्होंने कहा कि कुछ लोग बहस करने के लिए कह देते हैं कि भगवान शिव भी तो भांग का नशा करते थे। मैं उनसे पूछता हूं कि क्या किसी ने भगवान शिव को नशा करते हुए देखा था। और फिर यह क्यों भूल जाते हो कि भगवान शिव ने तो जहर भी पिया था, फिर तुम जहर क्यों नहीं पीते हो। उन्होंने पूछा कि क्या हममे से कोई भी व्यक्ति ऐसे डॉक्टर को अपना ऑपरेशन करने देगा जिसने नशा कर रखा हो।
श्री श्री रविशंकर ने कहा कि जीवन का असली मजा होश में है, बेहोशी में तो गलतियां ही होती हैं। उन्होंने कहा कि पंजाब और हरियाणा के युवा इतने मजबूत होते थे कि वे पूरे देश की रक्षा करते थे लेकिन आज नशे ने उनकी हालत खराब कर दी है। उन्होंने हरियाणा सरकार द्वारा नशा मुक्ति केंद्रों के माध्यम से युवाओं को इस दलदल से बाहर निकालने के प्रयासों की भी सराहना की और मुख्यमंत्री मनोहर लाल का आभार जताया। उन्होंने कहा कि 10 मार्च को सुबह 7 से 8 बजे तक देश के हर शहर में सब मिलकर नशा मुक्ति मार्च निकालेंगे। यह प्रयास समाज को एक बड़ा संदेश देगा।
गुरु जंभेश्वर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि मानवता को शांति की राह दिखाने वाले आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर को मानद उपाधि देकर आज विश्वविद्यालय परिवार गौरवांवित है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने प्रदेश में व्यवस्था परिवर्तन की जो लहर चलाई है, यह कार्यक्रम उसका जीता-जागता उदाहरण है। प्रदेश में पहली बार शिक्षित युवाओं के चेहरों पर खुशी है कि उन्हें मेहनत और मेरिट के आधार पर रोजगार दिया जा रहा है।
कार्यक्रम में पहुंचे बॉलीवुड कलाकार वरुण शर्मा ने भी युवाओं में जोश भरा और उन्हें नशे से होने वाले नुकसान बताते हुए इससे बचने का आह्वान किया। कार्यक्रम के दौरान 2 मिनट का मौन रखकर पुलवामा में शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि भी दी गई। अन्य कई कलाकारों ने भी प्रस्तुतियां देते हुए दर्शकों का मनोरंजन किया। मंच संचालन डॉ. मनोज दयाल ने किया।
कार्यक्रम में हरियाणा ब्यूरो ऑफ पब्लिक इंटरप्राइजेज के चेयरमैन एवं विधायक डॉ. कमल गुप्ता, कॉन्फेड चेयरमैन कैप्टन भूपेंद्र, एडीजीपी ओपी सिंह, हरियाणा उच्चतर शिक्षा के चेयरमैन प्रो. बीके कुठियाला, उपायुक्त अशोक कुमार मीणा, मेयर गौतम सरदाना, अतिरिक्त उपायुक्त अमरजीत सिंह मान, भाजपा जिलाध्यक्ष सुरेंद्र पूनिया, सीटीएम शालिनी चेतल, जिला महामंत्री सुजीत कुमार व विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार अनिल कुमार पुंडीर सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति मौजूद थे।