हिसार,
मंगलवार को विमान हादसे में शहीद हुए विंग कमांडर साहिल गांधी का पार्थिव शरीर बुधवार को हिसार में नहीं पहुंच पाया। हिसार के लोग बेसब्री से अपने होनहार पूत का पूरे दिन इंतजार करते रहे। पीएलए स्थित गांधी निवास पर स्थानीय लोगों का तांता लगा रहा।
शहीद साहिल गांधी की पत्नी और उनके भाई-भाभी भी देर शाम तक वापिस घर नहीं लौट पाए थे क्योंकि उनकी पत्नी वर्तमान में अमेरिका स्थित टाटा कंसलटेंसी सर्विसेज नामक कंपनी में बतौर सॉफ्टवेयर इंजीनियर काम कर रही है और उनके भाई और भाभी स्विजरलैंड में रहते हैं। उनके पारिवारिक मित्रों से बात करने पर इतना ही पता चल पाया है कि उनकी पत्नी और भाई भाभी दिल्ली पहुंच चुके हैं। देर रात तक वे हिसार पहुंच सकते हैं।
शहीद विंग कमांडर साहिल गांधी के परिवार के परिचितों का कहना है कि उनके पास उपलब्ध जानकारी के अनुसार उनका पार्थिव शरीर कल सुबह करीब 9 बजे हिसार पहुंचेगा और लगभग 10:00 बजे के आसपास उनका अंतिम संस्कार सेक्टर 16/17 स्थित शमशानघाट में होगा।
‘मिसिंग मैन’ फॉर्मेशन से दी श्रद्धांजलि
एयरो इंडिया शो 2019 के पहले दिन वायुसेना के जगुआर, तेजस और सुखोई जेट्स आसमान में ‘मिसिंग मैन’ फॉर्मेशन बनाकर उड़े। यह फॉर्मेशन विंग कमांडर साहिल गांधी को श्रद्धांजलि देने के लिए बनाई गई जिनकी कल दो सूर्य किरण विमानों के आपस में टकरा जाने से मौत हुई थी। विंग कमांडर साहिल गांधी के विमान का अगला भाग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया था इसलिए वह इजेक्ट नहीं कर पाए थे। इस हादसे के बाद सूर्य किरण टीम ने इस एयरो शो में शामिल न होने का फैसला किया है। श्रद्धांजलि के दौरान तीन विमान एकसाथ उड़ रहे थे जबकि उनके बीच एक विमान की जगह छोड़ दी गई थी। आम तौर पर इस तरह के फॉर्मेशन में चार विमान एकसाथ उड़ते हैं। लेकिन अपने साथी की याद में तीन विमान ही उड़ रहे थे और इसे ही मिसिंग फॉर्मेशन कहा जाता है।