हिसार,
भगवान परशुराम जन कल्याण संस्थान के मुख्य संयोजक ज्योति प्रकाश कौशिक व उनके परिवार पर जानलेवा हमला बहुत ही निंदनीय घटना है। भगवान परशुराम जनकल्याण संस्थान के महासचिव नवनीत कुमार, संरक्षक ओमप्रकाश शर्मा, सह-संयोजक मोहित शर्मा, मनोज कुमार, नवीन अंगीरस, बजरंग कौशिक सहित सभी पदाधिकारियों व सदस्यों ने इस घटना पर गहरा रोष प्रकट करते हुए पुलिस प्रशासन से सभी आरोपियों के खिलाफ तुरंत कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
नवनीत कुमार ने बताया कि रिवाल्वार, गंडासी, डंडों व अन्य हथियारों से लैस 30-35 युवकों द्वारा घर पर हमला करना आरोपियों की दहशत व गुंडागर्दी फैलाने की मंशा को जाहिर करता है। गाड़ी, स्कूटी व अन्य सामान की तोडफ़ोड़ को देखकर सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि यदि हमलावर कमरे का दरवाजा तोडऩे में सफल हो जाते तो पूरा परिवार किसी भी अनहोनी का शिकार हो सकता था। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस प्रशासन को आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी व परिवार की सुरक्षा के लिए कार्रवाई करनी चाहिए।
‘मदद’ ने की गिरफ्तार की मांग
सामाजिक संस्था मदद के अध्यक्ष संजीव भोजराज ने भगवान परशुराम जन कल्याण संस्थान के अध्यक्ष ज्योति प्रकाश कौशिक व उनके परिवार पर उनके घर में घुसकर जानलेवा हमले की निंदा करते हुए आरोपियों की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है। भोजराज ने कहा कि आचार संहिता लागू होने के बावजूद हथियारों से लैस होकर इस तरह से घर पर हमला आमजन की सुरक्षा के लिए बड़ा सवालिया निशान है।
ज्योतिप्रकाश कौशिक ने उन्हें बताया कि लगभग 30-35 लोगों ने पिस्तौल, लाठी, डंडो, रॉड इत्यादि से लैस होकर उनके घर पर हमला बोल दिया जिस दौरान उनके बीवी व बच्चे भी घर पर ही मौजूद थे। मकान के दरवाजे बंद होने के चलते उनके परिजनों की जान बच पाई नहीं तो आरोपी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते थे। हमलावरों ने उनकी गाड़ी व घर में खड़ी स्कूटी को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया और घर की खिड़कियों के शीशे तोड़कर दरवाजों पर ईंट-पत्थरों से भी हमला किया और घर के बाहर रखे सामान को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया और उसे सड़क पर फेंक दिया। आरोपी लगातार उन्हें जान से मारने की धमकी भी देते रहे। संजीव भोजराज ने मांग की कि पुलिस प्रशासन तुंरत आरोपियों की गिरफ्तार कर उन पर कानूनी सख्त कानूनी कार्यवाही करे।