हिसार

सेक्टरों के विकास के लिए एक मंच पर आएगी सभी एसोसिएशन

हिसार,
नगर निगम प्रशासन द्वारा की जा रही सेक्टरों की उपेक्षा के खिलाफ अब शहर की सभी सेक्टर एसोसिएशन एक मंच पर आएगी। शनिवार 30 मार्च को सभी सेक्टर एसोसिएशन की बैठक सेक्टर 13 के कम्युनिटी सेंटर में होगी जिसमें निगम प्रशासन की उपेक्षा पर विचार-विमर्श करते हुए सेक्टरों के विकास का एजेंडा तय किया जाएगा। तत्पश्चात सभी सेक्टर एसोसिएशन सेक्टरों के हिसाब से अपनी मांगे व समस्याएं निगम प्रशासन के समक्ष रखेंगी।
सेक्टर 16-17 एवं 13 पार्ट-2 रेजीडेंट वेल्फेयर एसोसिएशन के प्रधान जितेन्द्र श्योराण ने बताया कि नगर निगम प्रशासन पिछले काफी समय से न केवल सेक्टरों की उपेक्षा कर रहा है बल्कि विकास कार्यों में भी लापरवाही बरत रहा है। यही नहीं, बार-बार मांग किये जाने के बावजूद आश्वासन देकर टरका दिया जाता है। उन्होंने सेक्टर 16-17 एवं 13 पार्ट-2 क्षेत्र की एक मांग का हवाला देते हुए बताया कि पिछले डेढ़ साल में लगभग 20 बार मांग की जा चुकी है कि सेक्टरों में बैठने के लिए बैंच की व्यवस्था की जाए। हर बार आश्वासन दिया गया लेकिन नतीजा शून्य रहा। उन्होंने कहा कि निगम अधिकारी कहते हैं कि अगली बार सेक्टरों में बैंच उपलब्ध करवाए जाएंगे, अब कहीं और दे दिये गये हैं।
जितेन्द्र श्योराण ने कहा कि पार्कों का रखरखाव व सौंदर्यकरण फिलहाल निगम प्रशासन ने सेक्टर एसोसिएशनों को दे रखा है लेकिन इसका पैसा समय पर जारी नहीं किया जा रहा। लगभग 6 या 7 माह लगा दिये जाते हैं। इस संबंध में आज भी विभिन्न सेक्टरों के पदाधिकारी निगम अधिकारियों से मिले हैं और मांग की है कि पेमेंट समय पर की जाए, अन्यथा ये पार्क एसोसिएशनों से वापिस ले लिए जाएं। इसके अलावा निगम अधिकारियों से यह भी मांग की गई है कि पार्कों व ग्रीन बेल्ट का रेट पूरे शहर का एक किया जाए। निगम अधिकारियों ने दोनों मांगों पर विचार का आश्वासन तो दिया है लेकिन उनके रवैये से लगता नहीं कि वे इस संबंध में गंभीरता से कुछ करेंगे। उन्होंने बताया कि 30 मार्च को सेक्टर 13 के कम्युनिटी सेंटर में होने वाली बैठक में शहर के सभी सेक्टर एसोसिएशन अपना विकास का एजेंडा तैयार करके अपनी मांगे निगम के समक्ष रखेंगी और यदि निगम अधिकारियों ने लापरवाही की तो आंदोलन की रूपरेखा तय की जाएगी।
आज निगम अधिकारियों से मिलने वालों में प्रधान जितेन्द्र श्योराण के अलावा अमरलाल बूरा, सतपाल ठाकुर, राजेश भुंबक, राजेन्द्र बेरवाल सहित अन्य भी थे।

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