अधिकारियों का विद्यार्थियों के साथ संवाद कार्यक्रम के तहत डीआईपीआरओ अमित पंवार ने गांव ओटू स्कूल के विद्यार्थियों से संवाद
सिरसा
दुनिया में जितने भी लोग अपने जीवन में सफल हुए हैं, उनकी सफलता के पीछे उनकी बेहतर दिनचर्या व आत्मविश्वास का अहम योगदान रहा है। जीवन का कोई भी दौर हो, चाहे विद्यार्थी जीवन भी क्यों ना हो संयमित दिनचर्या का होना बहुत ही जरूरी है।
यह बात जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी अमित पवार ने मंगलवार को अधिकारियों का विद्यार्थियों के साथ संवाद कार्यक्रम के तहत मंगलवार को गांव ओटू के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के विद्यार्थियों के साथ संवाद करते हुए कही। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य स्कूल के छात्र-छात्राओं को उच्च अधिकारियों से अवगत करवाना एवं बच्चों के मन की बात जानना था।
डीआईपीआरओ अमित पंवार ने बच्चों के साथ संवाद करने की शुरूआत में ही कहा कि यदि तुम्हे सफलता की ऊंचाईयों को छूना है तो एक बात गांठ बांध लो कि स्वयं को कभी कमजोर न समझो और कॉन्फिडेंश लेवल को हमेशा हाई रखो। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा चलाया गया अधिकारियों का विद्यार्थियों के साथ संवाद कार्यक्रम का उद्ïेश्य भी यही है कि बच्चों के साथ अधिकारियों के साथ संवाद हो और अधिकारियों के संस्मरणों व उनके अनुभवों से बच्चों को कुछ सीखने को मिले। यहां पहुंंचने पर स्कूल प्राचार्य विजय सचदेवा ने डीआईपीआरओ अमित पवार का स्वागत किया। इस अवसर पर प्राध्यापक डॉ.राकेश कुमार,पुष्पा रानी, मुख्यअध्यापक सुरेन्द्र कुमार, फिजिकल अध्यापक सुमन व ड्राईंग अध्यापक सतीश कुमार सहित स्कूल स्टाफ के अन्य सदस्य उपस्थित थे।
उन्होंने कहा कि बच्चों से कहा कि एक सफल जीवन के लिए बेहतर दिनचर्या का होना बहुत ही जरूरी है। एक संयमित दिनचर्या व्यक्ति में आत्मविश्वास पैदा करती है और उसे आगे बढने के लिए प्रेरित करती है। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी पढऩे, खेलने, खाने-पीने तक की सभी की दिनचर्या बनाएं। विद्यार्थी में शिक्षा के साथ-साथ अच्छे संस्कार भी होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्रात: उठते ही माता-पिता के चरण स्पर्श जरूर करें। विद्यार्थी जीवन में अध्यापक से अच्छा मित्र कोई नहीं होता है। इसलिए कोई भी शंका हो चाहे वह पढाई के बारे में हो या घरेलू अपने अध्यापक को जरूर बताएं। कुछ चीजें समझ नहीं आ रही हैं तो उनसे बेझिझक पूछे।
उद्देश्य निर्धारित कर आगे बढऩे की प्रेरणा देते हुए उन्होंने कहा कि बच्चे राष्ट्र के नव निर्माण में अपना सकारात्मक सहयोग दें। उन्होंने कहा कि बच्चे अपने मन में किसी भी प्रकार का दबाव न रखें। बिना दबाव के अपनी पढ़ाई जारी रखे। बच्चों को अपना लक्ष्य निर्धारित करना जरूरी है। काम के प्रति ईमानदार रहकर उच्च से उच्च मंजिल प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने कहा कि बच्चे परिश्रम के साथ आगे बढ़े व अच्छा आचरण अपनाए, कठोर परिश्रम करते हुए लक्ष्य निर्धारित करें तथा समयान्तर्गत अपने कार्यो का निष्पादन करें। अच्छी शिक्षा के साथ ही प्रेरणादायक संस्मरण पढ़े व उन्हें अपने जीवन में उतारें। इस मौके पर छात्रों ने अपने मन की बात सांझा की और कैरियर निर्माण बारे अनेक जानकारियां हासिल की।