हरियाणवी फिल्म दादा लख्मी चंद अगस्त से पहले आ जाएगी
हिसार,
बॉलीवुड के प्रसिद्ध अभिनेता यशपाल शर्मा ने कहा है कि अब मेरा फोकस हरियाणा फिल्म इंडस्ट्री को बढ़ावा देने पर होगा। हरियाणा के मशहूर सांगी एवं रागनी लेखक दादा लख्मी चंद का व्यक्तित्व व कृतित्व इतना व्यापक है कि उन पर फिल्म दो भागों में बनानी पड़ेगी। प्रथम भाग की शूटिंग हो चुकी है और सम्भवत जुलाई-अगस्त तक लोग सिनेमाघरों में इसे देख सकेंगे। मेरा दावा है कि यह फिल्म हरियाणा की अब तक की सभी फिल्मों से उत्तम रहेगी और चन्द्रावल से भी ज्यादा दर्शक इसे देखने पहुंचेंगे। पगड़ी फिल्म के बाद मैं हरियाणा में 2016 से प्रयासरत हूं। दादा लख्मी चंद मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट है, क्योंकि उनका जीवन उतार-चढ़ाव व रोचकता से भरपूर है। आजकल मेरा बालीवुड में बंटी-बबली-2, पानवाला व मूसो फिल्मों में काम चल रहा है। पानवाला और मूसो में मेरी प्रमुख भूमिकाएं हैं। मेरी सभी फिल्में मेरे दिल के करीब हैं, परंतु अब तक 56 (नाना पाटेकर) व मूसो के रोल में मुझे संतुष्टि प्राप्त हुई है। मैंने फिल्मों के निर्देशन का कार्य शुरू किया है। दादा लख्मी चंद फिल्म को हिन्दी व अंगे्रजी दोनों भाषाओं में बनाया जाएगा ताकि दर्शक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी इसे देख सकें। गंगाजल, लगान, अपहरण व सिंह इज किंग आदि फिल्मों में यशपाल शर्मा के अभिनय की प्रशंसा राष्ट्रीय स्तर पर हुई है। दास केपिटल में भी उनकी प्रमुख भूमिका थी। आरक्षण में उन्होंने अमिताभ बच्चन व टयूब-लाईट में सलमान खान के साथ अभिनय किया था। यशपाल शर्मा हरियाणा की फिल्म इन्डस्ट्री को प्रोत्साहन देने हेतू नीति निर्धारण समिति के भी सदस्य हैं और उन्होंने सरकार को अपने अनुभव के आधार पर अमूल्य सुझाव भी दिए हैं ताकि हरियाणवी संस्कृति का प्रचार, प्रसार व संरक्षण हो सके। दादा लख्मी चंद हरियाणवी फिल्म राज्य में फिल्म उद्योग की दिशा और दशा निर्धारित करेगी, इसलिए दर्शकों को अधिकाधिक संख्या में इसे प्रोत्साहित करना चाहिए और सिनेमाघरों में जाकर उस सूर्यकवि की प्रतिभा व कला को जानना चाहिए। यशपाल शर्मा ने कहा कि हम किसी के भरोसे नहीं रहेंगे और अपने काम की क्वालिटी के बल पर आगे बढेंगे। असली अभिनय वह है जो किया नहीं जाता परंतु हो जाता है और उसमें शरीर, आत्मा, मन और मस्तिष्क एक हो जाते हैं। तभी दर्शक वाह-वाह कर उठते हैं।