सिरसा

पोषण अभियान के तहत दो दिवसीय कार्यशाला आयोजित

सिरसा,
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा पोषण अभियान के तहत स्थानीय जिला कार्यालय में जिला रिसोर्स ग्रुप की इंक्रीमेंटल लर्निंग एप्रोच पर आधारित दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला की अध्यक्षता जिला कार्यक्रम अधिकारी डा. दर्शना सिंह ने की। इस ट्रेनिंग का मुख्य उद्देश्य गांव स्तर पर आंगनवाड़ी वर्कर, आशावर्कर व हैल्पर द्वारा लोगों को जागरूक करना है।
डा. दर्शना सिंह ने बताया कि कार्यशाला में मॉडयूल नम्बर 8, 20 व 21 के बारे में जानकारी दी गई। उन्होंने कहा कि पोषण अभियान का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं, माताओं, बच्चों के पोषण की आवश्यकताओं को पूरा करना है। इसके अतिरिक्त मातृृ मृृत्यु दर व शिशु मृत्यु दर में कमी लाना है। उन्होंने डीआरजी ट्रेनिंग में प्रसव पूर्व तैयारी में सही अस्पताल का चयन, वाहन फोन नम्बर के साथ, मां और बच्चे के लिए कपड़ा, साथ में जाने के लिए लोग इत्यादि के बारे में जानकारी दी।
महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी सिरसा (शहरी) द्वारा बच्चों की शारीरिक वृद्वि की निगरानी बारे जानकारी दी गई। उन्होंने बताया कि 3 वर्ष तक के शिशु का हर मास वजन लेना चाहिए व 3 साल के बाद हर तीन महीने में वजन लिया जाना चाहिए। महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी डबवाली बताया कि गर्भनाल काटने से पहले शिशु को अच्छी तरह पोंछ कर मां के सीने से सीधे सम्पर्क में लायें। बच्चे के जन्म के तुरन्त बाद मां के शरीर की जरूरी गरमाहट मिलना अत्यंत आवश्यक है। शिशु को गरमाहट नहीं मिलने पर बच्चा ठंडा व बीमार हो सकता है। बच्चे को एक घंटे के अंदर स्तनपान करवाना अति आवश्यक है। इसके अतिरिक्त इनके द्वारा परिवार नियोजन बारे भी जानकारी दी गई।
इस ट्रेनिंग में सभी खण्डों की महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी व सुपरवाईजर, स्वास्थ्य विभाग से डा. ब्लेश, आंगनवाड़ी ट्रेनिंग सेंटर की प्रशिक्षिका शांति देवी, जिला कॉर्डिनेटर पोषण अभियान व जिला प्रोजक्ट सहायक व खंड कॉर्डिनेटर व खंडों के सहायक भी उपस्थित थे।

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