हिसार

कुंभ मेले में स्थापित किया जाने वाला 52 फुट ऊंचा श्री महामृत्युंजय यंत्र पूरे विश्व में फैलाएगा सकारात्मक ऊर्जा : सहाजनंद नाथ

हिसार,
श्री सिद्ध महामृत्युंजय संस्थान द्वारा हरिद्वार कुम्भ के पावन अवसर पर 52 फुट ऊंचे महामृत्युंजय महायंत्र की स्थापना पूर्ण वैदिक विधि से की जाएगी 3100 वैदिक ब्राह्मणों द्वारा सवा करोड़ महामृत्युंजय महामंत्र के जप से प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। यह जानकारी श्री सिद्ध महामृत्युंय ज्योतिष अनुसंधान केंद्र के अध्यक्ष स्वामी सहजानंद नाथ ने आज संस्थान में मीडिया को दी। उन्होंने कहा कि यंत्र का निर्माण ग्वालियर के विश्व विख्यात मूर्तिकार प्रभात राय करेंगे। इस अद्भूत महायंत्र द्वारा कुम्भ के महापर्व पर भारतीय वैदिक विद्या का भव्य व अलौकिक रुप विश्व पटल पर पुन:स्थापित होगा। इस अवसर पर मूर्तिकार प्रभात राय व आचार्य विमल शुक्ल भी उपस्थित रहे।
स्वामी सहजानंद नाथ ने बताया कि मंत्र चार प्रकार के होते हैं वैदिक मंत्र, तांत्रिक मंत्र, बीजमंत्र और साबर मंत्र जिस मंत्र का वेदों में सबसे ज़्यादा बखान किया गया है वह महामृत्युंजय मंत्र है। इस मंत्र में कुल 33 अक्षर है जो की 33 करोड़ देवी देवताओं के प्रतीक हैं। मन्त्र को अगर त्रिआयामी आकार में प्रकट किया जाए तो वह उसी मंत्र का यांत्रिक रूप होगा यन्त्र दो आयामी या त्रिआयामी बनाए जा सकते हैं। हमने यंत्र का त्रिआयामी स्वरूप प्रदर्शित किया है कि इस यंत्र को बनाने में 28 वर्षों की साधना लगी और ईश्वर की असीम कृपा से ही मूर्त रूप ले पाया है जिस तरह है जब कभी कोई मनुष्य किसी तरह की निराशा में आ जाता है तो उसे सकारात्मक करने के लिए सकारात्मक बातें करनी पड़ती है उसी तरीके से मंत्रों का सकारात्मक प्रभाव पड़ता है जिनमें से सबसे अधिक सकारात्मक प्रभाव महामृत्युंजय मंत्र का है। मंत्र की सकारात्मक उर्जा को कई गुणा बढ़ाने के लिए यंत्रों का प्रयोग सदा से हिंदू संस्कृति में होता आया है। पिछले 28 वर्षों के निरंतर अथक प्रयासों से इस यंत्र को मूर्त रूप में रूपांतरित कर पाए हैं अब 2021 में लगने वाले कुंभ मेले में इस पृथ्वी के एक कल्याणकारी यंत्र को स्थापित करने का निर्णय लिया ताकि इस पावन स्थल में इस महा कल्याणकारी यंत्र की स्थापना होने से इस महाकुंभ में आने वाले सभी मनुष्यों का कल्याण हो सके एवं उन सभी में सकारात्मकता बढ़ सके। उन्होंने बताया कि यह यंत्र न केवल मेले के दौरान सकारात्मकता का प्रसार करेगा बल्कि पूरे विश्व में इसकी सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। उन्होंने बताया कि इस विश्व का सबसे बड़े 52 बाई 52 फुट व 108 टन वजनी अष्टधातु निर्मित महामृत्युंजय यंत्र को 2021 के हरिद्वार कुंभ मेले में स्थापित करने के लिए वे मेला अधिकारी दीपक रावत से भी मिले थे तो उन्होंने इस यंत्र को मेले में स्थापित करने की बात कही थी।
इस अवसर पर यंत्र का निर्माण करने वाले ग्वालियर निवासी प्रसिद्ध मूर्तिकार प्रभात राय ने भी यंत्र निर्माण संबंधी जानकारी दी। प्रभात राय मूर्ति कला के अत्यंत अनुभवी व माहिर कलाकार हैं। उनकी बनाई हुई अनेक शानदार व विशाल प्रतिमाएं देश व विदेशों में अनेक स्थानों पर स्थापित की जा चुकी हैं। उनकी अद्भुत कला के लिए उन्हें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज चौहान सहित अनेक बड़े राजनेताओं द्वारा सम्मानित किया जा चुका है।

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