भारत सरकार की दो दिवसीय कार्यशाला में पहुंचे पार्षद, योजनाओं को लेकर की चर्चा
हिसार,
ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ लोकल सेल्फ गर्वनमेंट नई दिल्ली के तत्वावधान में नगर निगम के सभागार में सोमवार को पार्षदों के लिये दो दिवसीय क्षमता संवधन यानि कैपिसिटी बिल्डिंग कार्यशाला का आयोजन किया गया। भारत सरकार द्वारा इस दो दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। कार्यशाला में पार्षदों को भारत सरकार की स्वच्छ भारत मिशन, अमरूत योजना, एनयूएलएम व प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। इन योजनाओं को किस प्रकार से लागू करना होता है, योजना का कैसे शहरवासियों को लाभ मिलता है और शहरी तरह से योजना लागू नहीं होती है तो जनप्रतिनिधि किस प्रकार इसे लागू करवा सकते है। कार्यशाला में पार्षदों को योजना को लेकर उनके अधिकारों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। कार्यशाला में बतौर मुख्य वक्ता ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ लोकल सेल्फ गवर्नमेंट नई दिल्ली के डारेक्टर डा आरपीएस यादव पहुंचे। उनके सहयोगी के रूप में डा पीके गुप्ता कार्यशाला में आये। दोपहर बाद मेयर गौतम सरदाना ने कार्यशाला में भाग लिया। मेयर गौतम सरदाना ने कहा िक भारत सरकार की योजनाओं को लेकर पार्षदों को जानकारी होना बेहद जरूरी है। तभी वह जनता के बीच जाकर उन्हें सरकार की योजनाओं की जानकारी दे पाएंगे। साथ ही उन्हें पता होगा कि कौन सी योजना का लाभ किसे जनता को मिल सकता है। भारत सरकार की ओर से कार्यशाला नियमित रूप से जनप्रतिनिधियों के लिए लगाई जानी चाहिए। ताकि वह जनता से जुड़ी योजनाओं को जनता को लाभ दिला पाये।
डा आरपीएस यादव ने पार्षदों को कार्यशाला के आयोजन के संबंध में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य क्या है और क्यों इसका आयोजन किया गया है। कार्यशाला में स्वच्छ भारत मिशन, अमरूत योजना, एनयूएलएम, पीएमएवाय योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। दूसरे दिन उन सभी योजनाओं की यथा स्थिति को लेकर पार्षदों से चर्चा होगी और पार्षद किस प्रकार उनको आने वाली समस्याओं को दूर कर सकते है। इस बारे मे ंउन्हें बताया जाएगा। डा आरपीयादव ने पार्षदों से स्वप्रथम शहर में भारत सरकार की मौजूदा स्थिति के बारे में जानकारी हासिल की। कौन सी योजना किस रूप में चल रही है और उसकी स्थिति कैसी है। मुख्य वक्ता डा आरपीएस यादव ने बताया कि देश में फाइनेंस कमीशन का गठन क्यों किया गया था और आज वह किस रूप में काम कर रहा है। नगर निगम व नगर पालिकाओं को फाइनेंस कमीशन से किस प्रकार पैसा मिलता है और केंद्र व राज्य सरकार का उसमें मुख्य रोल क्या होता है। उन्होंने बताया कि अमरूत योजना का मकसद स्वच्छ पेयजल , सीवरेज व खुबसूरत पार्क लोगों को मुहैया करवाना है। वहीं स्वच्छ भारत मिशन का आगाज कैसे हुआ और इसकी जरूरत क्यों पड़ी।
कर्यशाला में पार्षद अनिल जैन उर्फ टीनू जैन, कविता केडिया, डा उमेद सिंह,जगमोहन मिततल, मनोहर लाल, भूप सिंह रोहिल्ला, जयप्रकाश उर्फ जेपी, अमित ग्रोवर, प्रीतम सैनी, पिंकी शर्मा, बिमला देवी, पार्षद प्रतिनिधि उदयवीर सिंह मिंटू, सुशील शर्मा, राजू, पपू सैनी आदि मौजूद रहे।