विद्यार्थियों की पढ़ाई के नुकसान से बचाने के लिए राज्य सरकार ने घर से पढ़ाओ अभियान शुरू किया
हिसार,
कोरोना संक्रमण पर रोक के लिए लागू लॉकडाउन के दौरान विद्यार्थियों की पढ़ाई पर कोई प्रतिकूल प्रभाव न पड़े, इसके लिए राज्य सरकार द्वारा घर से पढ़ाओ अभियान शुरू कर दिया है। हर दिन सुबह 10 से 12, घर से चले स्कूल हमारा की थीम पर आधारित इस अभियान के तहत ई-लर्निंग के माध्यम से विद्यार्थी को घर पर रहकर (सुबह 10 बजे से 12 बजे) तक पढ़ाया जाएगा। विद्यार्थी घर पर अपनी गतिविधियों को रिकॉर्ड करने के लिए नोटबुक भी तैयार करेंगे।
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी धनपत राम ने बताया कि जिला में यह अभियान शुरू किया जा चुका है। इसके अंतर्गत शिक्षक रोज माता-पिता के साथ सीखने की सामग्री साझा कर रहे हैं, इसके लिए वे अभिभावकों के साथ व्हाट्स-अप गु्रप के साथ जुड़े हुए हैं। साथ ही उन्हें यह भी प्रेरणा, सहायता और मार्गदर्शन प्रदान करेंगे कि छात्र घर पर सही तरीके से सीख रहे हैं। इसके अलावा, शिक्षक अभिभावकों को फोन करके और उनके साथ छात्र नोटबुक की तस्वीरें साझा करने के लिए कहकर हर रोज कम से कम 2 छात्रों की प्रगति की समीक्षा करेंगे।
उन्होंने बताया कि सीखने की सामग्री को मुख्यालय द्वारा केंद्रीय रूप से साझा किया जाएगा और शिक्षकों द्वारा खुद भी क्यूरेट किया जाएगा। उन्होंने शिक्षकों को निर्देश दिए हैं कि वे छात्रों को महत्वपूर्ण असाइनमेंट और वर्कशीट भेजें और असाइन किए गए कार्यों को समझाने के लिए छात्रों के साथ वॉइस नोट्स साझा करें। उन्होंने बताया कि सभी शिक्षकों ने अपनी-अपनी कक्षाओं के व्हॉट्स एप गु्रप बनाए हैं और इन्हीं गु्रपों के माध्यम से सभी बच्चों तक स्टडी मेटिरियल भेजा जा रहा है। जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सामाजिक दूरी व सुरक्षा के साथ छात्रों को पुरानी पुस्तकों का वितरण करना सुनिश्चित करें। कार्य योजना तैयार करने की दी
मुख्यमंत्री सुशासन सहयोगी स्पर्श महेश्वरी ने बताया कि घर से पढ़ाओ अभियान के तहत अभिभावकों के लिए एडवाइजरी जारी की गई है। यह बच्चों की शिक्षा के क्रम को निरंतर बनाए रखने के लिए शुरू किया गया है। सभी अभिभावक अपने बच्चों के शिक्षकों से व्हाट्स अप के माध्यम से जुड़ें और यह सुनिश्चित करें कि उनके बच्चे सोमवार से शुक्रवार तक 10 से 12 बजे तक घर पर बैठकर पढ़ाई जरूर करें। पढ़ाई सामग्री 14 अप्रैल से प्रतिदिन शुरू हो चुकी है। अभिभावक दैनिक कार्य के लिए बच्चे की एक नई कॉपी बनाएं और बच्चे की प्रगति को प्रतिदिन गु्रप में साझा करें। यदि कोई अभिभावक अपने बच्चे के शिक्षक से संपर्क स्थापित नहीं कर पा रहे हैं तो बीआईटी डॉट एलवाई स्लैश कॉन्टेक्ट अंडरस्कोर टीचर नामक लिंक पर अपनी जानकारी भेजिए।